विवादित गुरुद्वारों को वोट देने का अधिकार के बिंदु पर निर्णय मीटिंग में लेने की बात कही गयी. ज्ञापन में कहा गया है कि यदि जनरल बॉडी की बैठक में ज्यादा उम्मीदवारों का नाम सामने आता है तो ऐसी स्थिति में बैलेट पेपर से चुनाव कराया जाये. यदि सर्वसम्मति से प्रधान का चुनाव हो जाता है तो समाज के लिए हितकारी होगा. सीजीपीसी के प्रधान इंद्रजीत सिंह ने प्रतिनिधिमंडल को बताया कि 30 अगस्त तक सभी गुरुद्वारा कमेटियों से वोटर लिस्ट जमा कराने का अनुरोध किया था, लेकिन कई ऐसी गुरुद्वारा कमेटियां हैं जिन्होंने वोटर लिस्ट जमा नहीं कराया. ऐसे में न वोटर लिस्ट तैयार हो पायेगी और न ही अगली कार्रवाई होगी. फिलहाल कोई निर्णय नहीं लिया जा सका है.
प्रतिनिधिमंडल में मानगो गुरुद्वारा के प्रधान भगवान सिंह, चेयरमैन गुरमुख सिंह मुखे, साकची के हरविंदर सिंह मंटू, टुइलाडुंगरी के दलबीर सिंह, टिनप्लेट के तरसेम सिंह, तारकंपनी के अमरजीत सिंह, ह्यूमपाइप के दलबीर सिंह, बिरसानगर के गुलशन सिंह व रंजीत सिंह, गोलपहाड़ी के इंद्रजीत सिंह, परसुडीह के रंजीत सिंह, स्टेशन रोड गुरुद्वारा के महेंद्र सिंह, सतविंदर सिंह समेत कई लोग मौजूद थे.