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बीपीएम स्कूल: दो दिन पहले प्रार्थना के समय शंभू के साथ हुई थी मारपीट, अगले दिन मौत छात्र की मौत पर स्कूल में हंगामा
जमशेदपुर: बर्मामाइंस स्थित बीपीएम अर्द्ध सरकारी स्कूल में बुधवार को प्रार्थना के समय मारपीट में घायल कक्षा तीन के छात्र शंभू मुखी (9) की गुरुवार रात मौत हो गयी. परिवार व बस्ती के लोगों ने शुक्रवार की सुबह शव को स्कूल में रखकर चार घंटे तक हंगामा किया. इस दौरान लोगों ने पुलिस से हाथापायी […]
जमशेदपुर: बर्मामाइंस स्थित बीपीएम अर्द्ध सरकारी स्कूल में बुधवार को प्रार्थना के समय मारपीट में घायल कक्षा तीन के छात्र शंभू मुखी (9) की गुरुवार रात मौत हो गयी. परिवार व बस्ती के लोगों ने शुक्रवार की सुबह शव को स्कूल में रखकर चार घंटे तक हंगामा किया. इस दौरान लोगों ने पुलिस से हाथापायी भी हुई. बाद में झामुमो नेताओं और स्कूल प्रबंधन के बीच 1.50 लाख रुपये मुआवजा राशि और मृतक की मां को स्कूल में पांच हजार रुपये मासिक पर पियून की नौकरी देने पर सहमति बनी.
स्कूल की ओर से तत्काल 25 हजार रुपये नकद दिया गया और एक लाख रुपये 15 जुलाई को देने की बात तय हुई. इसके बाद परिवार के लोग शव को अंतिम संस्कार के लिए ले गये. समझौता के दौरान स्कूल के प्रभारी प्राचार्य रवींद्र बहादुर सिंह, दिवाकांत चौधरी, अशोक कुमार सिंह, कुंदन कुमार सिंह, कमा छड़ी, झायुमो के जिलाध्यक्ष महावीर मुर्मू, दीपक झा, आशीष नामता, राधा सांडिल, शिव कुमार सिन्हा, राजू मुखी, सुधीर चौधरी, आफताब आलम आदि मौजदू थे.
मैंने एक मुक्का मारा था : श्री निवास. बर्मामाइंस सिदो-कान्हू बस्ती निवासी श्रीनिवास राव ने बताया कि वह कक्षा चार का छात्र है. 5 जुलाई को प्रार्थना के समय शंभू उसके पैर पर चढ़ गया था. मना करने पर गाली दी. इससे नाराज होकर उसने शंभू को एक घूंसा छाती में मारा था. उसके बाद पंकज और विक्रम उसे खींच कर अपने साथ ले गये. बाद में शंभू को स्कूल के शिक्षक कुंदन, तरुण और रौशन सर अपने साथ क्लास रूम में ले गये. यह पूछताछ के बाद शंभू को एक-दो थप्पड़ शिक्षकों ने मारा और बाम लगाया.
वह दर्द से तड़प रहा था, लेकिन उसे अस्पताल नहीं ले जाया गया. वह क्लास रूम चला गया. एक घंटे बाद शंभू के घर के लोग आये और उसे ले गये. दूसरे दिन स्कूल में मेरे माता-पिता और शंभू के परिवार वालों को बुलाकर पूछताछ की गयी थी.
इलाज के अभाव में मर गया शंभू : अशोक मुखी
शंभू के फूफा अशोक कुमार मुखी ने बताया कि स्कूल में मारपीट के बाद शंभू घायल हो गया था. स्कूल प्रबंधन ने परिवार वालों को जानकारी दी. जबतक परिवार वाले पहुंचे, तब तक शंभू स्कूल में तड़पता रहा. उसे इलाज के लिए अस्पताल नहीं ले जाया गया. घायल शंभू को परिवार के लोग मेडिकल दुकान ले गये और दवा दिलायी. घर पर शंभू खून की उल्टी कर रहा था. 6 जुलाई की रात शंभू की तबीयत अधिक खराब हो गयी. वह बोल नहीं पा रहा था. तब परिजन उसे खासमहल सदर अस्पताल ले गये. अस्पताल के चिकित्सकों ने बताया कि शंभू की एक घंटे पहले मौत हो गयी है.
बीमारी से हुई शंभू की मौत : प्रभारी प्राचार्य
स्कूल के प्रभारी प्राचार्य आरबी सिंह ने कहा कि मारपीट की घटना की जानकारी शंभू ने क्लास रूम में शिक्षक को दी. इसके बाद डॉ समाजीत को बुलाकर चेकअप कराया गया. डॉ ने चेकअप में कहा कि शंभू को कहीं चोट नहीं लगी है, लेकिन गंभीर बीमारी है. स्कूल प्रबंधन ने परिवार को जानकारी दी और उसे अस्पताल ले जाने की सलाह दी. बाद में पता चला कि शंभू को दो माह से पीलिया था.
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