हजारीबाग. आदिवासी समाज हजारीबाग ने हूल दिवस पर सिदो-कान्हू चौक में भव्य कार्यक्रम किया. मुख्य अतिथि दर्जा प्राप्त मंत्री फागु बेसरा ने 1855 में हूल क्रांति का बिगुल फूंकने वाले आदिवासी महापुरुषों की विरासत को संरक्षित करने का संदेश दिया. मौके पर रमेश कुमार हेम्ब्रोम, महालाल हांसदा, महादेव सोरेन, सुशील ओड़िया, नीरज बेसरा ने फागु बेसरा को सात सूत्री मांग पत्र सौंपा. कार्यक्रम में महादेव हंसदा, क्रिस्टो कुमार बेसरा, जेएन मराडी, पन्ना मुर्मू, सुशील ओड़िया, नीरज बेसरा, प्रदीप मुर्मू, सुधीर बास्के, सुनील लकड़ा, शाहदेव किस्कू, शिवजी टुडू, महालाल हेम्ब्रोम, आनंद सोरेन, आनंद मरांडी, फुलवा रानी कच्छपदान, गुरुलाल हांसदा, रवि लिंडा, पवन तिग्गा, पप्पू एक्का, बागुन सोरेन, किशुन बेसरा, प्रतिमा सोरेन, प्रमिला मुर्मू, रामलाल मांझी, ललिता सोरेन सहित अन्य उपस्थित थे.
सिदो-कान्हू के आदर्शों को आत्मसात करें
चरही. चरही पंचायत के सिदो-कान्हू मैदान में हूल दिवस मनाया गया. झारखंड आदिवासी दलित मंच के संयोजक महालाल हांसदा ने कहा कि सिदो-कान्हू के आदर्शों को अपने जीवन में आत्मसात करें. मौके पर चरही मुखिया संझली मुर्मू, महादेव सोरेन, झरना झारखंड ट्रस्ट के अध्यक्ष आनंद सोरेन, सचिव बिशून मुर्मू, कोषाध्यक्ष प्रकाश टूडू, पार्वती मरांडी, अनूप तिग्गा, रमेश सोरेन, सुनील हेम्ब्रोम, दर्शन सोरेन सहित अन्य उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

