हजारीबाग. हजारीबाग में पदस्थापित पीसीआर वाहन के चालक हवलदार पशुपति नाथ तिवारी की हत्या बिहार के भोजपुर जिले के चांदी थाना क्षेत्र के भगवतपुर गांव स्थित घर में उनके इकलौते पुत्र विशाल तिवारी ने एक दोस्त हजारीबाग लेक रोड निवासी जीशान गिलानी के साथ मिलकर की थी. यह खुलासा चांदी थाना की पुलिस ने किया है. दोनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. हवलदार छुट्टी लेकर पैतृक गांव भगवतपुर गये थे. 19 दिसंबर की रात जब वह अपने घर में सो रहे थे, उसी क्रम में पुत्र विशाल तिवारी और उसके दोस्त जीशान ने चाकू से उनका गला रेत दिया और एक अंगूठा काट दिया. पुलिस ने तकनीकी अनुसंधान के क्रम में पहले जीशान को पकड़ा. उसने विशाल तिवारी के साथ भोजपुर आने की बात कही. फिर पुलिस ने विशाल तिवारी को पकड़ा. पूछताछ के क्रम में उसने पिता की हत्या की बात का खुलासा किया. बताया कि उसके पिता 31 जनवरी 2026 को सेवानिवृत्त होनेवाले थे. सेवानिवृत्त होने के पहले उनकी मौत होने पर उसे अनुकंपा पर नौकरी मिल जाती, इस कारण उनकी हत्या दोस्त के संग मिलकर की.
चाकू और ग्लब्स हजारीबाग से लाये थे
पुलिस के समक्ष विशाल तिवारी ने खुलासा किया कि 19 दिसंबर की शाम बाइक से दोस्त जीशान गिलानी के साथ गांव भगवतपुर पहुंचा. वहां देर रात एक पेड़ के सहारे दीवार फांदकर घर में घुसा. उस वक्त पिता बरामदे में पलंग पर सो रहे थे. उसी दौरान उनकी हत्या कर दोनों बाइक से फरार हो गये. साक्ष्य छुपाने के लिए हत्या में प्रयुक्त चाकू और ग्लब्स रास्ते में सोन नदी में फेंक दिया. संदेह से बचने के लिए अपनी पत्नी को चौपारण टोल प्लाजा के समीप से लेकर वापस घर पहुंच गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

