: 37 अलग-अलग मामले में एनडीपीएस एक्ट में 130 नामजद अभियुक्त बनाये गये अजय ठाकुर चौपारण. प्रखंड क्षेत्र में नशीले पदार्थ की खेती करने वालों पर प्रशासन ने शिकंजा कसा है. पिछले दो माह में घने जंगलों की तलहटी में 630 एकड़ में लगी पोस्ते-अफीम की खेती को पुलिस ने नष्ट किया है. इस दौरान ढोढ़िया जंगल में प्रशासन को स्थानीय महिलाओं का विरोध का सामना करना पड़ा. इस अभियान में शामिल थाना प्रभारी अनुपम प्रकाश ने बताया एसपी अरविंद कुमार सिंह के दिशा निर्देश पर यह कार्रवाई की गयी है. इस अभियान में डीएसपी अजीत कुमार विमल, इंस्पेक्टर चंद्रशेखर कुमार, प्रभारी वनपाल पंकज कुमार, कुलदीप महतो का योगदान भी सराहनीय रहा है. चौपारण को नशा मुक्त बनाने में आम लोगों का भी सहयोग मिला है. अब तक 37 मामले दर्ज, 260 नामजद अभियुक्त : पोस्ता-अफीम की खेती करने वालों के विरुद्ध 37 मामले दर्ज किये गये हैं. इसमें नाै मामले चौपारण थाना में दर्ज हैं. इसमें 130 लोगों को एनडीपीएस एक्ट के तहत नामजद अभियुक्त बनाया गया है. पुलिस ने पांच नामजद अभियुक्तों को जेल भेज दिया है, जबकि गौतम बुद्धा वन प्राणी आश्रयणी के तहत 22 अलग-अलग मामले दर्ज हुए हैं. इसमें वन अधिनियम के तहत 110 लोगों पर मामला दर्ज किया गया है. प्रादेशिक वन प्रक्षेत्र में छह मामले दर्ज हुए हैं, जिसमें 20 खेतिहरों काे नामजद अभियुक्त बनाया गया है. करीब 50 अज्ञात लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है. 17000 हेक्टेयर में है प्रादेशिक वन प्रक्षेत्र : सरकार के दस्तावेज में चौपारण में 17000 हेक्टेयर भूमि पर प्रादेशिक वन प्रक्षेत्र है. यह 121 किमी में फैला है. कुछ हिस्सा चतरा जिला में पड़ता है. अधिकतर अफीम-पोस्ता की खेती वनभूमि पर हो रही थी. इस अवैध कारोबार में स्थानीय लोगों के अलावा बाहरी अफीम तस्कर शामिल थे. चला जागरूकता अभियान : प्रशासन के लोगों ने इस बार की कार्रवाई में कोई कसर नहीं छोड़ी. चौपारण के जंगल में करीब-करीब पोस्ते की खेती को नष्ट किया जा चुका है. प्रशासन बीच-बीच में जागरूकता अभियान चला कर लोगों को जागरूक करने का प्रयास कर रहा है. पोस्ता-अफीम की खेती से समाज पर पड़ने वाले दुष्परिणामों से लोगों को अवगत कराया गया है. डीएसपी एवं थानेदार अनुपम प्रकाश ने सभा के माध्यम से लोगो को जागरूक किया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

