बरही. बरही के ग्राम बरसोत में एक ऐसी घटना घटी जिसने संपत्ति के स्वार्थ में पुत्रों को संवेदनहीन बना दिया. साथ ही मानवता को भी शर्मसार किया. घटना 26 दिसंबर की है. लोकी महतो की पत्नी शांति देवी (75 वर्ष) का शुक्रवार को निधन हो गया था. गांव-समाज के लोग जुटकर पत्नी की मृत्यु से दुखी लोकी महतो को सांत्वना दे रहे थे. उधर अंतिम संस्कार की तैयारी हो रही थी. इसी बीच उसके पुत्रों ने मांग कर दी कि मां के अंतिम संस्कार से पहले पिता जमीन-जायदाद का बंटवारा कर के उन्हें हिस्सा दें. ऐसा नहीं होने पर शव को अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट नहीं ले जाने देने की धमकी दी. पुत्रों की अनुचित मांग पर पिता दुखी हो गये. उन्होंने जायदाद बंटवारे की मांग को टाल दिया. इस पर पुत्रों ने मिलकर वृद्ध पिता लोकी महतो के साथ बेरहमी से मारपीट कर उन्हें घायल कर दिया. बीच-बचाव करने आये संबंधियों के साथ भी मारपीट की. बाद में संबंधियों ने ही घायल लोकी महतो को बरही अनुमंडलीय अस्पताल में ले जाकर इलाज करायी.
पंचों के हस्तक्षेप के बाद अंतिम संस्कार
इस घटना को लेकर गांव में मुखिया मोतीलाल चौधरी की अध्यक्षता में पंचायत बैठी. मुखिया के समझाने के बाद लोकी महतो के पुत्र अंतिम संस्कार में शामिल हुए. इस घटना को लेकर पूरा गांव स्तब्ध है और घोर निंदा की जा रही है.पिता ने प्राथमिकी दर्ज करायी
घटना को लेकर लोकी महतो ने घटना को लेकर बरही थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है. इसमें दोनों पुत्रों गुलाब चंद्र प्रसाद व देवेंद्र प्रसाद, बहू रितु प्रसाद व निक्की प्रसाद एवं पौत्र दीपक प्रसाद को नामजद अभियुक्त बनाया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

