38 प्रतिशत आंगनबाड़ी केंद्रों का अपना भवन नहीं हजारीबाग. जिले में आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है. सरकार ने गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं देने के उद्देश्य से आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थापना की थी. लेकिन मूलभूत सुविधाओं की भारी कमी के कारण बच्चों का शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास बाधित हो रहा है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, जिले में कुल 1776 आंगनबाड़ी केंद्र हैं, जिनमें से 38% केंद्रों के पास अपना भवन ही नहीं है. 24% केंद्र किराये के मकान में संचालित हैं, जबकि 14% केंद्र सरकारी भवनों में चल रहे हैं. इन केंद्रों में आवश्यक सुविधाओं की उपलब्धता का अभाव है, जिससे बच्चों को असुविधा का सामना करना पड़ता है. 514 केंद्रों का भवन इतना जर्जर हो चुका है कि वहां बच्चों का सुरक्षित रूप से रहना भी कठिन हो गया है. 700 आंगनबाड़ी केंद्रों में बिजली नहीं है, जिससे बच्चों को भीषण गर्मी में बिना पंखे के बैठकर पढ़ाई करनी पड़ रही है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 40% केंद्रों में बिजली की सुविधा नहीं है. इसके अलावा, 30% केंद्रों में शौचालय नहीं हैं, जिससे स्वच्छता और स्वास्थ्य संबंधी गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं. जिन केंद्रों में शौचालय मौजूद हैं, उनमें से 39% जर्जर स्थिति में हैं और मरम्मत की आवश्यकता है. पेयजल की व्यवस्था भी काफी खराब है. जिले के 1776 केंद्रों में से 1500 केंद्रों में पीने के पानी की सुविधा उपलब्ध है, लेकिन 15% केंद्रों में पानी की कोई व्यवस्था नहीं है. 31% केंद्रों की जलापूर्ति व्यवस्था सुधार की मांग कर रही है, जिससे बच्चों को स्वच्छ और सुरक्षित पानी उपलब्ध हो सके. मात्र 19% केंद्रों में वाटर फिल्टर उपलब्ध हैं, जिससे शुद्ध पानी की समस्या बनी हुई है. जिला समाज कल्याण पदाधिकारी शिप्रा सिन्हा ने बताया कि 35 नये भवनों के निर्माण के लिए राशि उपलब्ध करा दी गई है और जल्द ही टेंडर प्रक्रिया पूरी कर निर्माण कार्य शुरू होगा. वहीं, 437 केंद्रों में बिजली कनेक्शन के लिए विद्युत विभाग को आवेदन दिया गया है. प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही सभी केंद्रों में बिजली की सुविधा उपलब्ध करा दी जायेगी. आंगनबाड़ी केंद्रों की इस स्थिति को सुधारने के लिए सरकार को ठोस कदम उठाने होंगे. बच्चों के स्वास्थ्य और शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए भवन निर्माण, बिजली और स्वच्छ जल की व्यवस्था को प्राथमिकता देनी होगी, ताकि इन केंद्रों का उद्देश्य पूरी तरह से सफल हो सके. बाल विकास परियोजना कुल आंगनबाड़ी केंद्र अपना भवन रेंट में भवन गर्वमेंट भवन में संचालित बरही 130 96 17 16 बड़कागांव 156 97 37 22 बरकट्ठा 205 114 51 38 विष्णुगढ़ 189 160 17 11 चौपारण 174 126 39 07 चुरचू 89 88 00 01 डाडी 82 57 10 15 हजारीबाग ग्रा. 160 94 56 10 हजारीबाग सदर 92 05 84 26 इचाक 156 87 43 26 कटकमसांडी 185 123 51 11 केरेडारी 92 81 09 01 पदमा 66 49 08 09 जिला समाज कल्याण पदाधिकारी शिप्रा सिन्हा ने बताया कि 35 नये भवन निर्माण के लिए जिला परिषद को राशि उपलब्ध करा दी गयी है. जल्द टेंडर के बाद निर्माण कार्य शुरू होगा. 437 आंगनबाड़ी केंद्रों में बिजली कनेक्शन के लिए विद्युत विभाग को आवेदन दिया गया है. सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में बिजली कनेक्शन हो जायेगा.
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