हजारीबाग. शहर स्थित गुरु गोविंद सिंह पार्क को सिख समाज के विरोध के बाद आखिरकार खाली करा दिया गया. जिला प्रशासन ने रविवार की दोपहर दो बजे पार्क के मुख्यद्वार पर ताला जड़ दिया. पार्क के बाहर पुलिस बल की तैनाती भी की गयी है, ताकि किसी तरह की अप्रिय घटना न हो.
जानकारी के अनुसार कुछ वर्ष पूर्व सिख समाज ने इस पार्क के संचालन की जिम्मेदारी वीरेंद्र मेहता को सौंपी थी. उस समय यह शर्त रखी गयी थी कि संचालक पार्क में पौधरोपण और रखरखाव का कार्य करेंगे. इसके एवज में उन्हें एक निश्चित राशि दी जाती थी. लेकिन बीते कुछ वर्षों से पार्क का व्यावसायिक उपयोग किया जाने लगा.सिख समाज के अध्यक्ष परमवीर सिंह कालरा ने बताया कि पार्क में पिछले कुछ दिनों से गैर-कानूनी गतिविधियां होने लगी थीं और यह नशेड़ियों का अड्डा बन गया था. समाज की ओर से संचालक को कई बार मौखिक और लिखित रूप से पार्क खाली करने का निर्देश दिया गया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. अंततः प्रशासन की मदद ली गयी. उन्होंने कहा कि अब सिख समाज इस पार्क को सुंदर और सुरक्षित रूप से विकसित करेगा. दो महीने बाद इसे आम लोगों के लिए फिर से खोला जायेगा.
आज एसडीओ की अध्यक्षता में होगी बैठक
सदर सीओ आशुतोष सिंह ने बताया कि पार्क में झगड़े की आशंका की सूचना मिलने पर पुलिस की मदद से पार्क खाली कराया गया. छह अक्तूबर को सदर एसडीओ की अध्यक्षता में बैठक होगी, जिसमें आगे की कार्रवाई तय की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

