: आम के मंजरों पर मचलती तितलियां, गुनगुनाते भंवरे घोल रहे हैं मस्ती बड़कागांव. बड़कागांव प्रखंड में वसंत ऋतु के आगमन के साथ ही कोयल की कूक व आम मंजरों की खुशबू से वातावरण सुहावना हो गया है. ऋतु राज वसंत ऋतु में आम के मंजरों पर मचलती तितलियां, गीत गा रहे भंवरों ने मस्ती घोल दी है. आम उत्पादक किसानों के चेहरे खिल उठे हैं. जिस तरह इस बार आम के पेड़ों में मंजर लगे हैं, इसे देख किसानों को आम के बेहतर उत्पादन की आशा दिख रही है. आम उत्पादक किसानों ने कहा कि इस वर्ष भी आम में अच्छे मंजर लगे हैं. इस बार चाहे चौरा, पीठवा, मालदह आम हो या बंबई, गुलाबखास व पहले तैयार होने वाले आम हो, सभी पेड़ों में मंजर हैं. इस बार बेहतर उत्पादन की उम्मीद है. ये मंजर अगर सुरक्षित रह जायें, तो और मौसम की मार नहीं पड़े, तो उत्पादन बेहतर होगा. किसान प्रवीण कुमार के अनुसार, मंजर खिलने के समय में लाही एवं मधुआ कीड़ा के प्रकोप का खतरा रहता है. मंजर के फूलों को यह कीड़ा खा जाता है. अगर सही समय पर इस कीड़े से बचाव नहीं हुआ, तो फसल को नुकसान होगा. मंजरों की धुलाई पेड़ों की सही समय पर सिंचाई भी आवश्यक है. पेड़ों की जड़ों में नमी आवश्यक है, जो मंजर के बाद टिकोले व आम के डंठल को मजबूती प्रदान करता है.
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