Coal Mine Accident| हजारीबाग, जय नारायण: हजारीबाग के केरेडारी थाना क्षेत्र के कंडाबेर एवं बरियातू सीमावर्ती क्षेत्र स्थित खावा नदी के किनारे अवैध कोयले की खदान में नदी का पानी घुस गया. इसमें फंसे तीन मजदूरों की मौत हो गयी. जानकारी के अनुसार, प्रशासन ने मजदूरों को निकालने के लिये एनटीपीसी से मदद की गुहार लगायी है. इस पर एनटीपीसी ने अवैध कोयला खदान में तीन बड़े-बड़े मोटर पंप उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है.
कैसे हुई घटना
केरेडारी कंडावेर के खावा नदी के किनारे कोयला का अवैध उत्खनन कई माह से बड़े पैमाने पर किया जा रह था. 21 मई की दोपहर तीन बजे अचानक तेज बारिश शुरू हो गयी. बारिश को देखते हुए कोयले का अवैध उत्खनन करनेवाले तीन लोग खदान के अंदर रखे गये पानी मशीन को निकालने पहुंचे थे. इसी बीच तेज बारिश होने के कारण नदी पानी को रोकने के लिए बनाये गये मेढ़ को तोड़ते खदान में घुस गयी. इस हादसे में तीनों मजदूर खदान में ही फंस गये और उनकी मौत हो गयी.
#WATCH हजारीबाग, झारखंड: बरियातू खावा में अवैध कोयला खदान में नदी का पानी घुसने से 3 लोगों की मौत हुई। तलाशी अभियान जारी है। pic.twitter.com/o99A9v9Bpu
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 23, 2025
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मृतकों की हुई पहचान
खदान में फंसने वाले मजदूरों में कंडाबेर गांव निवासी रीतलाल साव के 45 वर्षीय पुत्र प्रमोद साव, शंभू साव के 25 वर्षीय पुत्र उमेश कुमार और बदरुद्दीन मियां के 25 वर्षीय पुत्र नौशाद आलम शामिल हैं. इनमें से प्रमोद साव और उमेश साव खदान संचालक है. तीनों की मौत की खबर से इलाके में मातम फैल गया है.
क्या कहते हैं परिजन
खदान में फंसकर जान गंवाने वाले कंडाबेर गांव निवासी नौशाद की पत्नी अजमेरी खातून और प्रमोद साव की पत्नी मंजू देवी ने बताया कि बुधवार एक बजे दिन को खराब मौसम देखते हुए घर में खदान जाने की बात कर रहे थे. बारिश शुरू होने से पहले पानी मशीन को खदान से बाहर करने वाले थे. तीनों ने मोबाइल पर बात की, फिर बाजार टांड़ कंडाबेर पहुंचे. वहां से तीनों खदान चल गये. परिजनों ने बताया कि चार बजे ग्रामीणो से सूचना मिली कि तीनों खदान में डूब गए है. डूबने की जानकारी मिलते ही परिजन खोजबीन के लिए खदान पहुंचे.
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सीओ ने क्या बताया
अंचलाधिकारी रामरतन वर्णवाल ने बताया कि घटना की सूचना सुबह मिली. घटनास्थल पर पहुंच कर निरीक्षण किया. इसके बाद एनटीपीसी के अधिकारियों को फोन कर कंपनी से तीन पानी पंप मशीन मंगाया गया है. तीनों मशीन से खदान का पानी सुखाने का प्रयास किया जा रहा है.
थाना प्रभारी ने क्या कहा
वहीं, केरेडारी थाना प्रभारी विवेक कुमार ने कहा कि उन्हें अवैध कोयला उत्खनन की जानकारी नहीं थी. जंगल में कोयले का अवैध खदान चलता है,इसकी जानकारी पहली बार हुई. मामले की जांच की जा रही है. अवैध कार्य में संलिप्त लोगों पर उचित कार्रवाई की जायेगी.
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