GST Scam: ईडी ने जमशेदपुर जीएसटी घोटाले में बड़ी कार्रवाई करते हुए 60 लाख रुपये जब्त किये हैं. यह राशि 800 करोड़ रुपये के जीएसटी घोटाले के आरोपियों द्वारा इस्तेमाल किये गये कागजी कंपनियों के 10 बैंक खातों में जमा थी. इस दौरान ईडी ने एक आरोपी को पूछताछ के लिए रिमांड पर भी लिया है. यह कोलकाता का कारोबारी शिव कुमार देवड़ा है. ईडी आरोपी से लगातार पूछताछ कर रही है. इससे पहले भी ईडी ने दो आरोपियो को रिमांड में लेकर उनसे पूछताछ की थी. फिर दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में बंद हैं आरोपी
बता दें कि जीएसटी घोटाले में कार्रवाई करते हुए ईडी ने अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें से तीन आरोपी- जमशेदपुर के जुगसलाई का कारोबारी विक्की भालोटिया, कोलकाता का कारोबारी अमित गुप्ता और मोहित देवड़ा न्यायिक हिरासत में है. तीनों को रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में बंद रखा गया है. फिलहाल, केवल शिवकुमार देवड़ा को ईडी ने रिमांड पर रखा है. मालूम हो ईडी ने उक्त मामले में छापेमारी कर आरोपियों को गिरफ्तार किया था. ईडी ने सात और आठ मई को रांची, जमशेदपुर और कोलकाता स्थित आरोपियों के ठिकानों पर रेड की थी. इस दौरान आरोपियों के मोबाइल, डिजिटल साक्ष्य सहित अन्य दस्तावेज सबूत के तौर पर जब्त किये गये थे.
झारखंड की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
कौन है स्कैम का मास्टरमाइंड
मामले की जांच के दौरान पता चला कि कोलकाता का कारोबारी शिवकुमार देवड़ा पूरे स्कैम का मास्टरमाइंड है. इसी के साथ मिलकर सभी आरोपी फर्जी इन्वॉयस बनाकर टैक्स चोरी किया करते थे. बताया जा रहा है कि आरोपियों ने साथ मिलकर 14 हजार 325 करोड़ का फर्जी इन्वॉयस तैयार कर लगभग 800 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी की थी. वहीं, मामले की छानबीन करते वक्त पता चला कि आरोपियों ने फर्जी इन्वॉयस बनाने के लिए 135 शेल कंपनियां बनायी है. ईडी द्वारा सभी कंपनियों की जांच की जा रही है. इसी जांच के दौरान शेल कंपनियों के 10 बैंक खातों में जमा 60 लाख रुपये को जब्त किया गया.
क्या है पूरा मामला
यह पूरा मामला 800 करोड़ के जीएसटी घोटाले का है, जिसमें ईडी लगातार कार्रवाई कर रही है. जानकारी के अनुसार, गिरफ्तार चारों आरोपियों के निर्देशन में 135 शेल कंपनियां काम करती थीं. इन कंपनियों के सहारे ही आरोपियों ने इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ लेकर पूरा घोटाला किया. घोटाले के मास्टरमाइंड शिवकुमार देवड़ा के निर्देशन में सात कागजी कंपनियां संचालित थीं. इन कंपनियों के जरिये उसने करीब 55.83 करोड़ रुपये की इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ उठाया है. वहीं, अन्य आरोपियों में शामिल अमित और सुमित गुप्ता के निर्देशन में भी छह कागजी चल रही थी, जिसकी मदद से इन दोनों ने लगभग 47.51 करोड़ रुपये के इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ लिया था. इसी तरह जमशेदपुर से गिरफ्तार विक्की भालोटिया ने भी छह शेल कंपनियों के माध्यम से 15.95 करोड़ रुपये के इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ लिया था.
इसे भी पढ़ें
झारखंड HC ने BAU के वैज्ञानिकों को दी बड़ी राहत, 60 साल में रिटायरमेंट के आदेश पर लगायी रोक

