: कुछ तालाब सूख गये, तो कुछ सूखने के कगार पर इचाक. गर्मी के दस्तक देते ही इचाक प्रखंड के अधिकतर तालाब सूखने लगे हैं. नदियों का भी जल स्रोत कम हो गया है. कई तालाब पूरी तरह सूख गये हैं. इचाक प्रखंड का उरुका तालाब, करियातपुर तालाब, फ़ुरुका तालाब, मोक्तामा तालाब समेत दर्जनों तालाब सूख चुके हैं. मांगुरा तालाब, मोदी पोखर, सुशारी तालाब, हदारी तालाब, आरा तालाब, जोगीडीह तालाब समेत कुछेक तालाबों में पानी है, पर गेहूं समेत रवि फसल के पटवन के कारण वे सभी सूखने के कगार पर हैं. किसान सीताराम कुशवाहा, छोटन महतो, जगरनाथ महतो, अशोक मेहता समेत अन्य किसानों का कहना है कि सितंबर महीने के बाद से वर्षा नहीं होने के कारण धीरे-धीरे तालाब एवं नदी नाले का जलस्तर घटता गया. वहीं स्थिति लोहड़ी, एदरिया सोती, फ़ुरुका,घाघरा नदी की है. गेहूं का पटवन होने से नदियों का जलस्तर पूरी तरह घट चुका है, जिससे किसानों को चिंता सताने लगी है कि खेतों में लगे गेहूं, चना, दलहन का पटवन कैसे करेंगे.
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