हजारीबाग. शिक्षा के साथ सर्वांगीण विकास की जरूरत होती है. युवा महोत्सव शिक्षण का अभिन्न अंग है. हम विभिन्न योनियों से गुजर कर संस्कृति को देखने के लिए मानव जीवन प्राप्त किये हैं. युवा महोत्सव में विद्यार्थियों का प्रदर्शन पुरातन में आधुनिकता का समावेश है. उक्त बातें विभावि विनोदिनी पार्क स्थित समारोह स्थल के मंच में कुलपति प्रो चंद्रभूषण शर्मा ने कही. उन्होंने कहा कि यह समारोह हम सभी का है. सभी के सहयोग से ही विश्वविद्यालय में युवा महोत्सव की इस अलौकिक संस्कृति देखने को मिल रहा है. उन्होंने युवा महोत्सव शुरू करने की घोषणा की. डीएसडब्ल्यू डॉ विकास कुमार ने कहा कि युवा महोत्सव में संस्कृति का समागम देखने को मिलता है. उन्होंने इस आयोजन के लिए सभी से सुझाव देने की मांग की, ताकि सुधार भी किया जा सके. युवा महोत्सव में प्रतिभागियों को डॉ जॉनी रूफीना तिर्की ने शपथ दिलायी. मंच संचालन हिंदी विभाग के प्राध्यापक डाॅ सुनील कुमार दुबे ने किया. मौके पर कुलसचिव डॉ सादिक रज्जाक, संंकायाध्यक्ष डॉ एचएन सिन्हा, वाणिज्य संकायाध्यक्ष डॉ एसके अग्रवाल, स्नातकोत्तर कला एवं संस्कृति पर्षद के अध्यक्ष डॉ एसजेड हक, डॉ सुकल्याण मोइत्रा, अर्चना रीना धान, डॉ अमिता कुमारी समेत सिंडिकेट सदस्य, विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक, सेवानिवृत्त शिक्षक एवं कर्मचारी उपस्थित थे.
सांस्कृतिक शोभायात्रा को कुलपति ने रवाना किया
इससे पूर्व प्रात: नौ बजे केबी वीमेंस कॉलेज एवं अन्नदा कॉलेज से सांस्कृतिक शोभायात्रा की सभी टीम को कुलपति ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. कुलपति स्वयं शोभायात्रा में प्रतिभागी दलों के साथ विश्वविद्यालय स्थित समारोह स्थल तक पहुंचे. उन्होंने सभी सांस्कृतिक शोभायात्रा की टीमों का अवलोकन किया. इसके बाद सभी प्रतिभागी दल ने अपने निर्धारित स्थलों पर अपनी स्पर्धा प्रस्तुत की. अंतर महाविद्यालय युवा महोत्सव में कुल 26 टीमों ने अपनी सहभागिता निभायी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

