चौपारण. एनएच-दो स्थित सियरकोनी के पास वन विभाग द्वारा जंगल बचाने के लिए की गयी कंटीले तार की घेराबंदी को असामाजिक तत्वों ने तोड़ दिया. घटना की सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम ने रविवार को स्थल का औचक निरीक्षण किया. वनपाल पंकज कुमार ने बताया कि तार तोड़ने वाले लोगों का पता लगाया जा रहा है और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने कहा कि अतिक्रमण मुक्त वनभूमि पर सैकड़ों प्रजाति के पेड़-पौधे लगाये गये हैं, जिनकी सुरक्षा के लिए घेराबंदी की गयी थी. लेकिन कुछ लोगों द्वारा तार तोड़कर वनभूमि पर अतिक्रमण करने का प्रयास किया जा रहा है. वन विभाग का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण और वनभूमि को सुरक्षित रखना है, जिसके तहत नियमित निरीक्षण किया जा रहा है.
वनभूमि पर कब्जे के लिए जंगल में काटे जा रहे पेड़
कटकमसांडी. प्रखंड के फतहा और अडरा जंगल में कई सखुआ पेड़ को काटकर छोड़ दिया गया है. जानकारी के अनुसार वनभूमि पर खेत बनाने के लिए पेड़ों को काटा गया है. पिछले कई दिनों से जंगल में धड़ल्ले से पेड़ काटे जा रहे हैं. सूचना के बावजूद वन विभाग मौन है. इसके अलावा प्रखंड के ढौठवा, आराभुसाई, डांटो, रेबर व बाझा पंचायत में भी पेड़ों को काटकर खेत और घर बनाया जा रहा है. हालांकि विभाग ने इससे पहले जंगल सीमा क्षेत्र में किसानों द्वारा की गयी खेती को नष्ट किया था. लेकिन उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई नहीं होने से फिर से वनों की कटाई शुरू हो गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है