बरही. गौरियाकरमा राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान संस्थान के ऑन लाइन शिलान्यास में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई बड़े- बड़े नेता व उच्च अधिकारी 28 जून को चकुराटांड़ पहंुचे़ पर किसी ने गौरियाकरमा जाना और राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान के लिए चयनित एक हजार एकड़ भूमि पर कदम रखना जरूरी नहीं समझा़ प्रधानमंत्री तो नहीं ही गये़,
केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह भी वहां नहीं गये़ 22 जून को तैयारी कार्य का जायजा लेने सभा स्थल चकुराटांड़ पहुंचे थे़ वहां से वे प्रेस सम्मेलन संबोधित करने सीधे हजारीबाग चले गये़ जबकि गौरियाकरमा राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान संस्थान का स्थल बरही से हजारीबाग जाने के रास्ते में ही पड़ता है़ झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास भी गौरियाकरमा नहीं गयेे़ प्रधान सचिव 25 जून को हेलीकॉप्टर से सभास्थल के हेलीपैड पर उतरे़ जायजा लिया और हेलीकॉप्टर से ही रांची वापस लौट गये़ आइसाीएआर के दर्जनों अधिकारी सभा स्थल पर लगे कृषि प्रदर्शनी हार्टी संगम में शामिल हुए़,
पर बहुत कम ही लोग गौरियाकरमा राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान संस्थान का स्थल देखने गये़ सभा स्थल चकुराटांड़ में 20 जून से अधिकारियों व नेताओं का मेला लगा रहा, पर गौरियाकरमा में जिस जगह राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान संस्थान का निर्माण होना है वहां सन्नाटा छाया रहा़ गौरियाकरमा के आम किसानों को नहीं पता कि वहां कोई ब्२ाड़ा संस्थान बनने वाला है़