चरही : विस्थापित ग्रामीण संघर्ष मोरचा फुसरी के ग्रामीणों ने मंगलवार 27 अगस्त देर रात को तापिन साउथ कोलियरी का कार्य बंद को वापस लेते हुए खदान का आउट सोर्सिग कार्य शुरू कराया, लेकिन ट्रांसपोर्टिग का कार्य देर बुधवार 28 अगस्त को देर शाम शुरू हुई.
वार्ता के अनुसार लेवलिंग के लिए मजदूरों को प्रति ट्रक से एचएससीएल कं पनी से 20 रुपये देने की समझौता हुआ, लेकिन इस समझौते को खारिज करते हुए पूर्व डंप कमेटी द्वारा ट्रांसपोर्टिंग को रोक दिया गया. इसी बीच स्थिति देखते हुए विस्थापितों ने निर्णय लिया है कि हमें 20 रुपया नहीं चाहिए.
बशर्ते तापिन साउथ परियोजना से निकलनेवाले डंफरों से ओवर लोडिंग नहीं हो. विस्थापितों ने निर्णय लिया है कि डंफरों से ओवर लोडिंग जायेगी तो विस्थापित ग्रामीण संघर्ष मोरचा ओवर लोड कोयला गिरा कर अंडर लोड करके ही भेजने का कार्य करेगी. ओवर लोडिंग से सरकार की राजस्व का नुकसान हो रहा है.
ट्रांसपोर्टिग ठप से नुकसान
तापिन साउथ परियोजना के पीओ बीबी मिश्र ने बताया कि तीन दिनों से ट्रांसपोर्टिग नहीं होने के कारण बसतपुर वासरी और एनआर साइडिंग में कोयले की कमी हो रही है. जिसका असर बिजली पावर हाउस में भी पड़ रहा है.
सुरक्षा व्यवस्था में तैनात रहा प्रशासन
मौके पर प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी चुरचू अंचलाधिकारी शंकर एक्का, बीसीओ अशोक कुमार पाठक, पुलिस इंस्पेक्टर रेमेजियस टोप्पो, चरही थाना प्रभारी राजदेव प्रसाद दिनभर सुरक्षा व्यवस्था में तैनात रहे.