Advertisement
बाल श्रम को समाप्त करना जरूरी
बाल श्रम उन्मूलन को लेकर प्रमंडलीय कार्यशाला हजारीबाग : बाल श्रम उन्मूलन को लेकर प्रमंडलीय कार्यशाला सोमवार को नगर परिषद सभागार में हुई. कार्यक्रम में बाल श्रम उन्मूलन आयोग की अध्यक्ष शांति किंडो, उपाध्यक्ष मनोज कुमार पांडेय सहित सात जिले के श्रम अधीक्षक शामिल हुए. अध्यक्ष शांति किंडो ने कहा कि समाज से बाल श्रम […]
बाल श्रम उन्मूलन को लेकर प्रमंडलीय कार्यशाला
हजारीबाग : बाल श्रम उन्मूलन को लेकर प्रमंडलीय कार्यशाला सोमवार को नगर परिषद सभागार में हुई. कार्यक्रम में बाल श्रम उन्मूलन आयोग की अध्यक्ष शांति किंडो, उपाध्यक्ष मनोज कुमार पांडेय सहित सात जिले के श्रम अधीक्षक शामिल हुए. अध्यक्ष शांति किंडो ने कहा कि समाज से बाल श्रम पूरी तरह खत्म होनी चाहिए.
यह एक अपराध है. इसके लिये सभी को संवेदनशील होना पड़ेगा. एक्ट बनने से बाल श्रम पूरी तरह समाप्त नहीं हो सकता. इसके लिये सभी को भावनाओं से जुड़ कर काम करना होगा. पूरे देश में सबसे अधिक बाल श्रम झारखंड में है. हमारे राज्य से मानव तस्करी के माध्यम से बाल श्रमिकों को महानगरों में भेजा जाता है. प्रखंड व पंचायत स्तर पर बाल श्रम
के बारे में लोगों को जागरूक करना जरूरी है.
कोडरमा के श्रम अधीक्षक ने कहा कि बाल श्रम को दूर करने के लिए हमारे राज्य में सबसे बड़ी बाधा राजनीतिक इच्छा शक्ति है. उन्होंने अपना अनुभव बताया कि कैसे बाल श्रमिक को मुक्त करने को लेकर मंत्रीसे लेकर सचिव तक उन्हें प्रताड़ित किये थे.
महिला एवं बाल विकास पदाधिकारी आरएस ठाकुर ने कहा कि कानून से अधिक लोगों में बाल श्रमिक को लेकर जागरूकता आवश्यक है. सभी को इस दिशा में काम करना होगा. झारखंड सबसे धनी राज्य होने के बाद भी सबसे अधिक बाल श्रमिक इसी राज्य के हैं. बाल श्रम को खत्म करना सिर्फ सरकार की ही जिम्मेदारी नहीं बल्कि आम लोगों की भी भागीदारी जरूरी है.
मौके पर श्रम अधीक्षक सतीश गोस्वामी, उप श्रमायुक्त रंजीत कुमार दत्ता,आयोग के सदस्य गणोश रवि, बीडीओ प्योरलाल, राजेश चोपड़ा सहित अन्य प्रखंडों के बीडीओ, सीओ,सीडीपीओ, महिला पर्यवेक्षिका मौजूद थे.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement