हजारीबाग : कैथोलिक ईसाई धर्मावलंबियों ने खजूर पर्व के बाद पवित्र सप्ताह के तहत गुरुवार को मसीह दुखभोग और मृत्यु पर विशेष प्रार्थना की. इस दिन यीशु के येरूशेलम में अपने शिष्यों के साथ जो घटनाएं घटी, उन पर विशेष प्रकाश डाला गया. मृत्यु से पूर्व यीशु अपने शिष्यों के साथ अपना संबंध प्रेम की प्रगाढ़ता को प्रकट करते हैं.
इसी लिए सभी ईसाई यीशु के प्रेम का अनुभव किया जाता है. दूसरों के साथ प्रेम और भाईचारा को निभाने का प्रण इस दिन लिया जाता है.आज के दिन यीशु ने अंतिम व्यालू का भोजन किया और मिस्सा बलिदान की स्थापना की. इसी के साथ मेरी स्मृति में यह किया करो का आदेश दिया. पवित्र पुरोहिताही की स्थापना की. इन दोनों संस्कारों को स्थापित करने के बाद सभी 12 शिष्यों के पैर धोये और अपने प्रेम को प्रकट किया. यीशु ने कहा कि मैंने जैसे तुम्हारे साथ किया, तुम भी ऐसा ही किया करो.
इन्ही पवित्र घटनाओं को याद करते हुए प्रभु रूपांतरण गिरजाघर हजारीबाग धर्मप्रांत के बिशप आनंद जोजो ने मिस्सा बलिदान का अनुष्ठान कराया. 12 शिष्यों के प्रारूप अपने शिष्यों के पैर धोये. इनके साथ पल्ली पुरोहित फादर दया किशोर तिर्की ने सहयोग किया. इस अवसर पर फादर संतोष मिंज, सुशील लकड़ा, राजेंद्र, क्रिस्टोफर, विलीन, रेमंड, अनुरंजन, आनंद, साइल समेत सभी संस्थानों की धर्म-बहनें एवं धर्म बंधु के साथ ईसाई समुदाय के लोग शामिल हुए.