हजारीबाग : विनोबा भावे विश्वविद्यालय का 276 करोड़ 91 लाख 26 हजार 980 रुपये का बजट मंगलवार को वित्त समिति ने पारित कर दिया है. बजट वर्ष 2014-15 के लिए है. इसमें शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों के वेतन एवं पेंशन मद में 145 करोड़ 54 लाख 93800 रुपये, शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों के बकाया भुगतान में 114 करोड़ 36 लाख 33180 रुपये गैर योजना मद में शामिल है.
योजना मद में 170 करोड़ का बजट पारित किया गया. वित्त समिति की बैठक में कुलसचिव डॉ एसपी सिन्हा, वित्त सलाहकार डॉ एमए अंसारी, सदस्य डॉ डीएन साधु, डॉ केके गुप्ता, डॉ शुक्ला, डॉ मंजुला सांगा, डॉ पी महतो शामिल थे. बजट में 19 अंगीभूत कॉलेज, तीन संस्कृत कॉलेज का बजट शामिल है. पारित बजट को राज्य सरकार के पास भेजा जायेगा.
11 करोड़ लैप्स
विनोबा भावे विश्वविद्यालय का 11 करोड़ रुपये लैप्स हो गया. यह रकम वर्ष 2013-14 के लिए था. राज्य सरकार ने विनोबा भावे विश्वविद्यालय के विकास के लिए योजनामद में 22 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी थी. इसमें से आधी राशि विनोबा भावे विश्वविद्यालय को राज्य सरकार ने दिया था. इन योजनाओं पर विनोबा भावे विश्वविद्यालय ने अब तक कोई काम शुरू नहीं किया.
जिसके कारण विभावि राज्य सरकार को उपयोगिता प्रमाण पत्र नहीं सौंप पायी. जिसके कारण मानव संसाधन विकास विभाग के पास शेष 11 करोड़ की राशि राज्य सरकार को वापस हो गयी है. लैप्स होनेवाले योजनाओं में चतरा व गिरिडीह के बिरनी में बननेवाले एक-एक मॉडल कॉलेज शामिल है. साथ ही विभावि परिसर में सेंटर वाटर सप्लाई एवं अन्य छोटे-छोटे विकास कार्यो का पैसा शामिल है. अब विश्वविद्यालय लैप्स राशि को वर्ष 2014-15 के बजट में लाकर राज्य सरकार से स्वीकृति लेगी, तभी इन विकास मुद्दों पर विभावि काम कर सकती है.