गुमला. गुमला शहर में आज से पानी की सप्लाई बंद होगी. सप्लाई पानी बंद होने से 55 हजार लोगों को परेशानी झेलनी होगी. संवेदक का पेयजल विभाग के पास एक करोड़ रुपये से अधिक का बकाया है, जबकि जलापूर्ति केंद्र में काम करने वाले 15 कर्मियों को एक साल से मानदेय नहीं मिला है. इन कर्मियों का करीब 20 लाख रुपये बकाया है. इसलिए कर्मियों ने पानी सप्लाई बंद की है. कर्मियों ने कहा है कि अभी पर्व का समय है. अगर मानदेय नहीं मिलेगा, तो पर्व रूखा-सूखा मनाना पड़ेगा. उधारी के राशन से घर का चूल्हा जल रहा है. संवेदक कुमार संदीप ने बताया कि पेयजल विभाग द्वारा पानी सप्लाई व पानी आपूर्ति केंद्र के मेंटेनेंस का भुगतान नहीं किया जा रहा है, जिससे अब पानी सप्लाई में परेशानी हो रही है. एक करोड़ रुपये से अधिक बकाया है. मानदेय नहीं मिलने से दैनिकभोगी कर्मचारियों ने काम छोड़ दिया है. इधर, गुमला में पानी सप्लाई बंद होने से गर्मी में लोगों को पानी के लिए भटकना पड़ेगा. पानी खरीद कर पीना पड़ेगा.
दैनिक मजदूरों ने कहा, बकाया मजदूरी नहीं मिली, तो पानी की सप्लाई नहीं करेंगे
नागफेनी, करमडीपा, करमटोली, दुंदुरिया, बाजारटांड़ से पानी की सप्लाई गुमला शहर में होती है. इन सभी जगह दैनिक मानदेय पर कर्मचारी कार्यरत हैं, जिन्हें एक साल से मजदूरी बंद है. क्योंकि संवेदक को बकाया पैसा नहीं मिलने के कारण संवेदक दैनिक भोगी कर्मचारियों को पैसा नहीं दे पा रहे हैं. नागफेनी के ऑपरेटर, दुर्गा साहू, राजेंद्र साहू, लगनू साहू, सोनू साहू. पुग्गू करमडीपा के ऑपरेटर वीरेंद्र लकड़ा, सुधीर उरांव. करमटोली के संजू उरांव, ऑफिस टंकी के अमन साहू, बाजारटांड़ के संजीत तिर्की व दुंदुरिया के सतीश बाखला के अलावा अन्य कर्मियों का मजदूरी एक साल से रुकी हुई है. इन लोगों ने कहा है कि एक साल से आश्वासन दिया जा रहा है कि आज कल तक भुगतान हो जायेगा. परंतु अब सब्र का बांध टूट गया है. अगर बकाया मजदूरी नहीं मिलती है, तो पानी की सप्लाई नहीं करेंगे.नप को कर दिये हैं हैंडओवर
इधर पेयजल विभाग के अधिकारी ने कहा है कि शहरी जलापूर्ति योजना अब नगर परिषद गुमला के जिम्मे है. इसलिए पानी सप्लाई की जो भी समस्याएं हैं, उसका समाधान नगर परिषद करेगा. इसलिए पेयजल विभाग के इइ से मिलने पहुंचे कर्मचारियों को नगर परिषद भेज दिया गया.गुमला में जलमीनार की स्थिति
गुमला शहरी क्षेत्र में चार स्थानों पर जलमीनार हैं. दुंदुरिया पार्क के बगल में, करमटोली, चेटर व जशपुर रोड कार्यालय के समीप जलमीनार हैं. इसमें फिलहाल में दुंदुरिया व करमटोली में जलमीनार बनी हुई है और वहां से पानी सप्लाई चालू है. परंतु पालकोट रोड की जलमीनार अबतक नहीं बनी है. इसके अलावा पहले से पीएचइडी कार्यालय व बाजारटांड़ के समीप दो जलमीनार है, जिसमें बाजार टांड़ की जलमीनार से पानी सप्लाई भी कुछ ही इलाकों तक होती है. कुछ जगह पर चाबी सिस्टम कर देने से कई मोहल्लों तक पानी नहीं पहुंच पाता है.प्रशासन इस मामले में गंभीर हो : रमेश
चेंबर ऑफ काॅमर्स के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष रमेश कुमार चीनी सात मार्च से गुमला शहर में बंद होने वाले जलापूर्ति की जानकारी प्रशासन को देते हुए इस मामले में गंभीर होने की मांग की है. उन्होंने कहा है कि पानी सप्लाई बंद हो जायेगी, तो गुमला शहर के लोगों को परेशानी होगी. प्रशासन से अनुरोध है कि इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जलापूर्ति सुचारू रखने की पहल करें.विधायक ने कहा
गुमला विधायक भूषण तिर्की ने कहा कि गुमला शहर में गर्मी के समय पानी की समस्या न हो. इसके लिए नगर परिषद व पेयजल विभाग आपस में तालमेल स्थापित कर काम करें. पानी सप्लाई बंद न हो. इसके लिए विभाग पहल करें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है