गुमला. प्रभात खबर में खबर छपने के बाद चैनपुर एसडीओ पूर्णिमा कुमारी, एसडीपीओ ललित मीणा, सीओ दिनेश कुमार, थानेदार मुनेश तिवारी समेत कई अधिकारी व कर्मचारियों ने रविवार को चैनपुर प्रखंड के बारडीह पंचायत अंतर्गत केवना गांव का दौरा किया. दौरे के क्रम में एसडीओ व एसडीपीओ ने जादू-टोना मामले में मारपीट की घटना की जांच की. एसडीओ ने बताया कि बीते तीन मई को सूचना मिली थी कि केवना गांव में कुछ ग्रामीणों द्वारा कथित तौर पर टोले के ही किसी व्यक्ति पर जादू-टोना करने संबंधी शिकायत की गयी थी. शिकायत के आलोक में गांव पहुंच कर मामले की जांच की गयी. जांच करने के बाद पता चला कि यह पारिवारिक विवाद का मामला है और इस पारिवारिक विवाद को जादू-टोना से जोड़ दिया गया. इस संबंध में ग्रामीणों को जागरूक किया गया है. वर्तमान में गांव की स्थिति सामान्य है. एसडीओ ने ग्रामीणों के साथ बैठक की. बैठक में ग्रामीणों ने गांव में व्याप्त समस्याओं से एसडीओ को अवगत कराया. ग्रामीणों ने बताया कि गांव की बोरिंग खराब है, जिससे पेयजल की समस्या है. साथ ही यहां बिजली की समस्या भी है. गांव में सोलर पैनल के माध्यम से बिजली उपलब्ध करायी गयी है. लेकिन वर्तमान में वह सोलर पैनल खराब है. इस कारण गांव के लोग रात में अंधेरे में रहने को विवश हैं. ग्रामीणों ने एसडीओ को बताया कि गांव के कई लोगों को अबुआ आवास नहीं मिला है. ग्रामीणों से गांव की समस्याओं को जानने के बाद एसडीओ ने ग्रामीणों को जानकारी देते हुए बताया कि अबुआ आवास के लिए छूटे हुए लोगों का सर्वे किया गया है. जिन लोगों को अबुआ आवास नहीं मिला है, उन्हें अबुआ आवास मिलेगा. पानी व बिजली की समस्या के समाधान के लिए एसडीओ ने बीडीओ को आवश्यक निर्देश दिये. मौके पर अंचलाधिकारी, मुखिया, महिला पर्यवेक्षिका सहित अन्य मौजूद थे.
बैठक में अधिकारियों ने दोनों पक्ष की सुनी बात
चैनपुर अनुमंडल के एसडीपीओ ललित मीणा ने ग्रामीणों के साथ बैठक कर कहा है कि गांव के विकास व लोगों की एकजुटता में अंधविश्वास व नशापान खलल डाल रहा है. उन्होंने लोगों से कहा कि आप अंधविश्वास व नशापान से दूर रहें. सभी को अपना धर्म मानने का अधिकार है. आप अपने धर्म के अनुसार पूजा पाठ करें. किसी को पूजा करने से न रोकें. आप एक ही गांव के लोग हैं. एक ही परिवार व समुदाय के लोग हैं. इसलिए अपील है कि आप एक होकर रहें. एसडीपीओ ने ग्रामीणों बच्चों को अच्छी शिक्षा व परवरिश करने की अपील की. एसडीपीओ ने दोनों पक्षों की बातों को सुना. दोनों पक्षों ने अपनी बातों को रखा. एक पक्ष ने कहा कि हमें सरना स्थल पर पूजा करने से रोका गया. इसलिए हमलोगों ने मारपीट की, जबकि दूसरे पक्ष ने कहा कि हमलोग प्रार्थना समारोह में गये थे. परंतु गांव के लोगों ने प्रार्थना सभा में हमें डायन बिसाही सीखने की बात कह कर पीटा है. एसडीपीओ ने दोनों पक्षों की बातों को सुनने के बाद अंधविश्वास से दूर रहने के लिए कहा.
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