Jharkhand News: झारखंड के गुमला जिले के चैनपुर प्रखंड में एक बिन ब्याही नाबालिग लड़की द्वारा एक बच्चे को जन्म देने का मामला प्रकाश में आया है. लड़की ने पुत्र को जन्म दिया है. लड़की की उम्र 14 वर्ष है. बच्चे को जन्म देने के बाद लड़की गुमशुम रह रही है. किसी से ज्यादा बात नहीं कर रही है. चैनपुर प्रखंड के एक गांव में ग्रामीणों ने बैठक करने के बाद नवजात बच्चे को सीडब्ल्यूसी गुमला (चाइल्ड वेलफेयर कमेटी) को सौंप दिया है. सीडब्ल्यूसी ने नवजात का गुमला सदर अस्पताल में इलाज कराने के बाद अपने संरक्षण में ले लिया. बच्चे को मदर तेरेस चैरिटी में रखा गया है. हालांकि इस पूरे मामले की सूचना चैनपुर थाना को नहीं दी गयी है. लोक-लाज के डर से पीड़ित परिवार द्वारा थाने में प्राथमिकी भी दर्ज नहीं करायी गयी है.
मां बाहर करती है काम
14 वर्षीया लड़की अपने गांव में भाई-बहन के साथ रहती है. उसकी मां दूसरे राज्य में काम करती है. पिता का निधन हो गया है. आठ दिन पहले लड़की ने नवजात को जन्म दिया. जब इसकी जानकारी लड़की की मां को हुई तो वह गांव पहुंची, परंतु गरीबी में जी रहे परिवार ने डर से मामला पुलिस तक नहीं पहुंचाया. गांव के कुछ लोगों को इसकी जानकारी हुई तो बैठक कर मामले को गांव में ही दबा दिया गया.
कुछ नहीं बोलती है लड़की
सीडब्ल्यूसी के अनुसार नाबालिग लड़की को कार्यालय लाया गया था. उससे पूछताछ की गयी, परंतु वह गुमशुम रहती है. उसके साथ किसने गलत किया है. वह कुछ भी बोलने से कतरा रही है. लड़की की मां ने भी अपनी बेटी से पूछताछ की, परंतु वह कुछ बोलने को तैयार नहीं है. पूछने पर चुप रहती है.
सीडब्ल्यूसी के संरक्षण में नवजात
सीडब्ल्यूसी के चेयरमैन कृपा खेस ने बताया कि चैनपुर प्रखंड के एक गांव की 14 साल की लड़की के साथ गलत हुआ था. इसके बाद वह बिन ब्याही मां बन गयी है. आठ दिन पहले उसने नवजात को जन्म दिया था. अभी नवजात को सीडब्ल्यूसी के संरक्षण में रखा गया है और लड़की को उसके घर भेज दिया गया है.
रिपोर्ट: दुर्जय पासवान