बिना सुविधा दिये नप उठा रहा सालाना 24.90 लाख राजस्व
: गुमला शहर के पालकोट रोड व सिसई रोड टेंपो पड़ाव के नाम पर सैरात बंदोबस्ती हुआ.
27 गुम 16 में पहले था टेंपो स्टैंड, अब वेंडिंग जोन, फिर भी बेकार
27 गुम 17 में मुख्य सड़क पर खड़ी टेंपो
अंकित चौरसिया, गुमला गुमला शहर में कागजों में टेंपो पड़ाव चल रहा है. सभी बड़ी बात यह है कि बिना सुविधा दिये नगर परिषद हर साल 24 लाख 90 हजार रुपये राजस्व वसूल रहा है. जबकि दूसरी तरफ आम जनता को परेशानी झेलनी पड़ रही है. यहां तक की टेंपो चालकों को भी बेइज्जत होना पड़ता है. क्योंकि, टेंपो पड़ाव नहीं रहने के कारण टेंपो चालक जहां-तहां टेंपो खड़ी यात्री उतारते व चढ़ाते हैं. जिस कारण कई बार दुकानदारों से टेंपो चालकों को खरीखोटी सुननी पड़ती है. दूसरी तरफ नगर परिषद टेंपो पड़ाव के नाम पर टेंपो चालकों से राजस्व की वसूली कर रही है. जबकि गुमला में कहीं टेंपो पड़ाव नहीं है. टेंपो पड़ाव नहीं है, पर सैरात बंदोबस्ती कर दिया गया बताते चलें कि नगर परिषद द्वारा 22 फरवरी 2025 को शहरी क्षेत्र का वार्षिक सैरात बंदोबस्ती की गयी है. जिसमें कुल पांच स्थानों का बंदोबस्त किया गया है. उक्त बंदोबस्त में पालकोट रोड टेंपो पड़ाव व सिसई रोड टेंपो पड़ाव का जिक्र किया गया है. जिसमें पालकोट रोड टेंपो पड़ाव का वार्षिक बंदोबस्त शुल्क 12 लाख 90 हजार व सिसई रोड स्थित टेंपो पड़ाव का वार्षिक बंदोबस्त शुल्क 12 लाख रुपया है. परंतु यह टेंपो पड़ाव सिर्फ नगर परिषद के फाइलों में देखने को मिलेगा. क्योंकि उक्त दोनों स्थान पर कहीं भी टेंपो पड़ाव नहीं है. वहीं टेंपो पड़ाव नहीं होने के बावजूद भी शहरी क्षेत्र में टेंपो पड़ाव के नाम पर सैरात बंदोबस्ती के नाम पर राशि वसूला जा रहा है.शहर में लगता है जाम, लोगों को होती है परेशानी
शहरी क्षेत्र में एक भी टेंपो पड़ाव नहीं होने के कारण अक्सर सड़क के किनारे टेंपो लगा रहता है. जिस कारण जाम की समस्या बनी रहती है. शहरी क्षेत्र के किसी स्थान पर टेंपो पड़ाव बन जाने से शहरी क्षेत्र में जाम की समस्या से लोगों को निजात मिल सकती है. वर्ष 2008 में नगर परिषद कार्यालय के बगल में एक टेंपो पड़ाव बनाया गया था. जहां कुछ दिन उक्त टेंपो पड़ाव का उपयोग किया गया और बाद में उसे तोड़ कर वेंडिंग मार्केट बना दिया गया जो वर्तमान में खाली पड़ा हुआ है.
बंदोबस्त धारक ने कहा टेंपो पड़ाव के बंदोबस्त धारक शिव सोनी ने कहा कि शहर में टेंपो पड़ाव के लिये शेड, शौचालय व पानी की व्यवस्था होनी चाहिए. जहां टेंपो चालक अपने वाहनों को खड़ा रख सके और वहां से सवारी को बैठा सकें. टेंपो पड़ाव बनने से शहरी क्षेत्र में जाम की समस्या भी काफी हद तक खत्म हो जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है