गुमला. गुमला प्रखंड के सिलाफारी लांजी में तीन दिवसीय चार मंदिरों का प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम व यज्ञ संपन्न हुआ. इसमें कैलाशपुर में संगमरमर बजरंगबली मंदिर, सीता बगीचा में संकट मोचन मंदिर, चौराहा में शिव मंदिर, देवी मंडप के बगल में मां अष्टभुजी दुर्गा मंदिर व मां दुर्गा का प्राण-प्रतिष्ठा एक साथ संपन्न हुआ. दिलीप साहू ने कहा है कि सिलाफारी में पहले से भी दर्जनों मंदिर स्थापित हैं. सुमन साहू के आंगन में हनुमान मंदिर, जगेश्वर साहू के घर के बाहर राम दरबार मंदिर, बाजारटांड़ में 21 फीट का हनुमान की मूर्ति, गायत्री मंदिर में संयुक्त पांच मंदिर, अखरा में हनुमान मंदिर, सागर पहान के घर के सामने बजरंग बली निर्मित चबूतरा, राधा साहू के घर के सामने राम लक्ष्मण कंधा में बिराजे बजरंग बली मंदिर सहित अनेकों छोटे-छोटे मंदिर हैं. सीता बगीचा में प्रतिवर्ष रामनवमी में मेला लगता है, जिसमे झांकी कीर्तन नाटक का होता है. पहले लोगों द्वारा लाठी खेला जा रहा था. लेकिन अब बंद हो गया. इसको कमेटी द्वारा पुरस्कृत किया जाता है. शांतिकुंज हरिद्वार आये कथा वाचक परिव्राजक लोगों ने कहा कि हमलोगों ने सैकड़ों यज्ञ करायें, परंतु एक साथ में पांच-पांच देवी-देवताओं को एक साथ अलग-अलग स्थान दिया गया. पहले भी दर्जनों देवी-देवताओं पूजा सेवा करते आ रहे हैं. सिलाफारी लांजी के लोग धन्य हैं, जो इस तरह का कार्य अनेकों मर्तबा करते हैं. शाम में शंकर नायक व उनकी टीम द्वारा नागपुरी भजन गीत प्रस्तुत सबका मन मोह कर झूमने को मजबूर कर दिया. मौके पर सागर पहान, डोमन साहू, धृतकेश्वर साहू, लालकेश्वर साहू, देव कुमार सिंह, दिलीप कुमार साहू, गजान्नद साहू, बालकेश्वर साहू, रीत मोहन साहू, बालकृष्ण साहू, बुधनाथ साहू, कृष्णा साहू, हरिंद्र साहू, राजकिशोर साहू, प्रफुल्ल, उमेश, बबलू, प्रियांशु, विक्की, हिमांशु, तरुण, कमला, वीणा, सूरजमुनी, करुणा, प्रभा, प्रमिला आदि मौजूद थे.
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