गुमला. चैनपुर प्रखंड के घोर उग्रवाद प्रभावित बामदा पंचायत स्थित सरगांव के जनजाति समुदाय के लोग खुश हैं. खुशी का कारण तीन वर्ष बाद गांव में बिजली पहुंचना है. तीन साल पहले गांव का ट्रांसफाॅर्मर खराब हो गया था. काफी प्रयास के बाद भी किसी ने मदद नहीं की, तो अंत में ग्रामीणों ने सांसद सुखदेव भगत से ट्रांसफाॅर्मर जलने व गांव में बिजली नहीं रहने की समस्या से अवगत कराया. ग्रामीणों की समस्या को देखते हुए सांसद ने पहल की और तीन साल बाद आखिरकार गांव में ट्रांसफाॅर्मर लगाया गया और बिजली चालू हो गयी. सांसद प्रतिनिधि राजनील तिग्गा ने बताया कि वर्ष 2021-2022 में गांव में ट्रांसफाॅर्मर लगाया गया था. मात्र तीन दिन तक ही यहां लोग रोशनी को देख पायें. फिर बिजली पोल व तार देखें. बीते दिनों इस बात पर सुखदेव भगत को आवेदन दिया. सांसद सुखदेव भगत व सांसद प्रतिनिधि राजनील तिग्गा के अथक प्रयास से सरगांव में ट्रांसफार्मर लग गया. गुरुवार को इस खुशी में गांव में कार्यक्रम हुआ. ग्रामीणों ने सांसद प्रतिनिधि राजनील तिग्गा का स्वागत मांदर व नगाड़ा बजा कर किया. मौके पर अनिरुद्ध चौबे, रूपेश कुमार सनी, जय सिंह, सुभाष महतो, सहावीर उरांव, लाल साय, मुकेश उरांव, सोमरा, नंदकिशोर उरांव, सूरज, जगन्नाथ आदि मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

