गुमला. झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा ने महुआडांड़ स्थित धूमकुड़िया भवन परिसर में सम्मेलन सह दिशोम गुरु शिबू सोरेन की याद में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया. आंदोलनकारियों ने मांग की कि दिशोम गुरु शिबू सोरेन को सरकार गजट नोटिफिकेशन कर झारखंड आंदोलनकारी के अगुआ के रूप में सम्मान दे. साथ ही झारखंड आंदोलनकारियों को राजकीय मान-सम्मान की गारंटी करने व जेल जाने की बाध्यता को समाप्त करते हुए सभी को सम्मान पेंशन राशि 50-50 हजार रुपये सरकार से देने की मांग की. मुख्य अतिथि झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के संस्थापक प्रधान सचिव पुष्कर महतो ने कहा कि झारखंड आंदोलनकारियों के पुत्र-पुत्रियों को सरकार सीधी नियुक्ति का अधिकार दें. दिशोम गुरु शिबू सोरेन की अगुवाई में अलग राज का संघर्ष किये हैं. आंदोलनकारी के पुत्र मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जीते जी आंदोलनकारियों को न्याय के साथ राजकीय मान-सम्मान व समाज में स्वाभिमान से जीने का अधिकार दे. केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जितेंद्र सिंह कुशवाहा ने कहा कि झारखंड आंदोलनकारियों को भ्रष्टाचार के खिलाफ उलगुलान करना है. इसके लिए सभी तैयार रहें. झारखंड को बेहतर राज्य बनाना चाहते हैं. लेकिन राज्य में कुछ तत्व ऐसे हैं, जो विकास में बाधक हैं. ऐसे तत्वों को पहचान कर उखाड़ फेंकना है. छोटानागपुर प्रमंडल की अध्यक्ष रोजलीन तिर्की ने कहा कि झारखंड आंदोलनकारियों की आवाज को दबने नहीं दिया जायेगा. हमसे ही झारखंड का गौरव व मान-सम्मान हैं. केंद्रीय सचिव अनिल मनोहर केरकेट्टा ने कहा कि झारखंड अलग राज्य संघर्ष के बाद ही हुआ है. हम अलग राज्य के मूल्यों को धूमिल नहीं होने देंगे. संचालन व धन्यवाद ज्ञापन रंजीत टोप्पो किया. इससे पूर्व संस्थापक प्रधान पुष्कर महतो ने महुआडांड़ प्रखंड कमेटी से अध्यक्ष रंजीत टोप्पो, सचिन जगदीश लकड़ा, कोषाध्यक्ष श्रीमती आभा एक्का को मनोनीत किया. मौके पर केंद्रीय कोषाध्यक्ष सरोजिनी कच्छप, अंथन लकड़ा, सुजीत कुमार राम, खोरस केरकेट्टा, प्रकाश खलखो, पुनई उरांव, सोमारी देवी, राजेश लकड़ा, जगदीश लकड़ा, प्रभा मिंज, सिमोन केरकेट्टा, सुजाता टोप्पो, विजय उरांव, किशोर गिद्ध आदि मौजूद थे.
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