गुमला. अपनी मांगों को लेकर 10 दिनों से आंदोलन कर रही रसोइया संयोजिका अध्यक्ष संघ ने शनिवार को प्रशासन के खिलाफ आंदोलन को आगे बढ़ाते हुए सड़क पर उतर आयी. स्कूलों की रसोइयों ने बीच सड़क पर सो गयी, जिससे गुमला व लोहरदगा मार्ग एक घंटे तक जाम रहा. इस दौरान गुमला पुलिस सड़क जाम हटाने पहुंची. परंतु सभी महिलाएं सात डिग्री तापमान में सड़क पर सोकर जब तक मांग पूरी नहीं होगी. सड़क से नहीं हटने पर अड़ गयी. पुलिस थोड़ा कड़ा रुख अपनाने का प्रयास किया, तो महिलाओं ने कहा कि हमें गोली मार दें, परंतु हम नहीं हटेंगे. ऐसे भी शिक्षा विभाग के कारण हम तिल तिल कर मर रहे हैं. अगर गोली लगेगी, तो हम एक ही बार में मर जायेंगे. यही हम महिला रसोइयों के लिए अच्छा होगा. अंत में पुलिस अधिकारी पहुंचे. डीइओ कविता खलखो को जाम स्थल पर बुलाया गया. डीइओ ने कहा कि रसोइयों की समस्या का समाधान मेरे अधिकार व पावर में नहीं है. उनकी समस्या वरीय अधिकारी व सरकार ही कर सकती है. हालांकि काफी समझाने के बाद अंत में डीइओ ने कुछ रसोइयों से वार्ता की. उनकी मांगों को सुनने के बाद कुछ समस्याओं का समाधान जिला स्तर पर करने का आश्वासन दिया गया. इधर, आंदोलन का नेतृत्व कर रही रसोइया संयोजिका संघ की अध्यक्ष देवकी देवी ने कहा कि जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होती, हमारा आंदोलन जारी रहेगा. हमलोग 10 दिन से धरना पर समाहरणालय में बैठे हुए हैं. परंतु कोई अधिकारी नहीं पहुंचे. इसलिए मजबूरी में हमें सड़क पर उतर कर सोना पड़ा. मौके पर प्रखंड सचिव लगनी देवी, सीमा देवी, सुभद्रा देवी, दुलारी देवी, लक्ष्मी देवी आदि मौजूद थी.
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