गुमला. तपती गर्मी में पेयजल संकट झेल रहे वृंदा पंचायत के बहवारटोली व नायकटोली गांवों में राहत के संकेत मिले हैं. प्रभात खबर आपके द्वार कार्यक्रम में ग्रामीणों की आवाज उठाये जाने के बाद पीएचइडी विभाग हरकत में आया है. विभाग के जूनियर इंजीनियर बासुदेव साहा ने अपनी टीम के साथ वृंदा पंचायत के बहवारटोली पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया. बहवारटोली में 40 घरों में से 25 घर अब भी पेयजल से वंचित हैं. पीएचइडी द्वारा यहां डीप बोरिंग व जलमीनार की स्थापना के लिए एस्टीमेट तैयार किया जा रहा है. दूसरी ओर नायकटोली में पहले दो बार बोरिंग असफल रहने के बाद पुनः डीप बोरिंग के लिए एस्टीमेट भेजा गया है. इससे पूर्व ग्रामीणों ने मुखिया सत्यवती देवी के नेतृत्व में विभागीय कार्यालय जाकर अधिकारियों को समस्या से अवगत कराया था.
बामनडीह गांव में पेयजल संकट
कामडारा. प्रखंड के बामनडीह गांव में पानी की किल्लत व आवागमन के लिए सड़क नहीं है. बामनडीह गांव की आबादी 450 हैं. ग्रामीणों ने बताया कि जल नल योजना के तहत सोलरयुक्त जलमीनार है, लेकिन जलमीनार के लिए की गयी बोरिंग में पानी कम आता है. इसके चलते पानी की टंकी भरता नहीं है, जिससे लोगों समुचित पानी नहीं मिल पाता है. एक चापाकल है, जिसमें पानी अच्छा निकलता है. लेकिन वह भी खराब है. लोग एक कुआं के पानी से अपनी प्यास बुझा रहे हैं. गांव में आवागमन लिए लोगों को परेशानी सामना करना पड़ रहा है. चूंकि यहां अभी तक पक्की सड़क नहीं बनी है. गांव के लोग कहते हैं कि गांव में प्रखंड के अधिकारी आते, तो उन्हें पता चलता कि यहां के लोगों कितनी परेशानी का सामना कर आवागमन करने को विवश हैं. इस संबंध में जिप सदस्य दीपक कंडुलना ने बताया कि जल्द बामनडीह गांव के लोगों आवागमन सुलभ हो जायेगा. गांव में सड़क बनाये जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है