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शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ठ कार्य करने वाले 38 मुखिया सम्मानित

झारखंड शिक्षा परियोजना गुमला के तत्वावधान में शनिवार को टाउन हॉल गुमला में जिला स्तरीय मुखिया सम्मेलन समारोह का आयोजन किया गया.

गुमला. झारखंड शिक्षा परियोजना गुमला के तत्वावधान में शनिवार को टाउन हॉल गुमला में जिला स्तरीय मुखिया सम्मेलन समारोह का आयोजन किया गया. सम्मेलन में शिक्षा व विकास के कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा-परिचर्चा किया गया. साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 38 मुखियाओं को सम्मानित किया गया. इससे पूर्व विधिवत रूप से दीप जलाकर सम्मेलन का शुभारंभ किया गया. मौके पर मुख्य अतिथि उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने कहा कि किसी भी नागरिक को सरकारी योजनाओं की जानकारी होना अत्यंत महत्वपूर्ण है. इसी प्रकार जरूरतमंदों तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने में मुखिया की भूमिका अहम है. उपायुक्त ने सभी मुखियाओं से आग्रह किया कि वे शिक्षा विभाग की विभिन्न योजनाओं को समझें और उनके क्रियान्वयन में सहयोग करें. पंचायत स्तर पर शिक्षा में सुधार हेतु मुखियाओं को अग्रणी भूमिका निभानी होगी और शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर करने के लिए सतत प्रयास करने होंगे. मुखियाओं को केवल ग्रामीण विकास तक सीमित न रहे, बल्कि अन्य व्यवस्थाओं पर भी ध्यान दें. इस दौरान उपायुक्त ने मुखियाओं से पंचायत स्तर पर योग्य बच्चों को कस्तूरबा गांधी विद्यालय में नामांकन दिलाने की भी बात कही. पुलिस अधीक्षक शंभू कुमार सिंह ने कहा कि शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए समाज को एक नई दिशा में ले जाना होगा. इसके लिए ग्रामीण क्षेत्रों में मानव तस्करी, नशा, और डायन प्रथा जैसी सामाजिक बुराइयों को दूर करना होगा. पुलिस अधीक्षक ने सभी मुखियाओं से आग्रह किया कि वे ग्रामसभाओं के माध्यम से इन मुद्दों पर लोगों को जागरूक करें. हमारा प्रयास यह होना चाहिए कि गांवों और टोलों में कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे. जिला वन प्रमंडल पदाधिकारी मोहम्मद बेलाल अहमद ने लड़कियों की शिक्षा पर बल दिया. कहा कि एक लड़की को शिक्षित करने का अर्थ आने वाली पीढ़ियों को सशक्त बनाना है. उन्होंने मुखियाओं से आग्रह किया कि वे अपने क्षेत्र में बालिकाओं की शिक्षा को प्राथमिकता दें और उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करें. जिला परिषद अध्यक्ष किरण माला बाड़ा ने शिक्षा के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि शिक्षा के अभाव के कारण ही समाज में अंधविश्वास जैसी कुरीतियां फैली हुई है. सभी मुखिया कुरीति को दूर करने के लिए काम करें. उन्होंने अपील किया कि अपने क्षेत्र के बच्चों को स्कूल भेजने और उनकी पढ़ाई को सुनिश्चित करने में अपनी सक्रिय भूमिका निभायें. यदि हम चाहते हैं कि हमारा समाज प्रगति करें तो हमें शिक्षा की ज्योति जलाये रखनी होगी. सम्मेलन को उप विकास आयुक्त दिलेश्वर महतो, जिला परिषद उपाध्यक्ष संयुक्त देवी, एसडीओ सदर राजीव नीरज व जिला शिक्षा अधीक्षक नूर आलम खान ने भी संबोधित किया. मौके पर एसडीओ चैनपुर पूर्णिमा कुमारी, एसडीओ बसिया जयवंती देवगम, डीसीएलआर राजीव कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी कविता खलखो, डीएसपी गुमला सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे.

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