सिसई (गुमला) प्रभुल्ल भगत. गुमला के सिसई थाना क्षेत्र में वज्रपात से एक व्यक्ति की मौत की सूचना है. मृतक का नाम घनश्याम उरांव (55) बताया जा रहा है. वह सिसई थाना क्षेत्र के नगर चडरी टोली गांव का निवासी था. बकरी चराने के लिए घर से निकले घनश्याम की वहीं मौत हो गयी. पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है.
टोंगरी में बकरी चराते समय हुआ वज्रपात
बताया गया है कि बुधवार (8 मार्च) को सुबह 8 बजे घनश्याम बकरी चराने के लिए घर से निकला था. वह टोंगरी में बकरी चरा रहा था. इसी दौरान हल्की बूंदाबांदी हुई. वह बारिश से बचने के लिए एक पेड़ के नीचे खड़ा हो गया. अचानक गर्जन के साथ वज्रपात हुआ और घनश्याम बेहोश होकर गिर पड़ा. स्थानीय लोगों ने उसे तत्काल रेफरल अस्पताल पहुंचाया.
रेफरल अस्पताल में डॉक्टरों ने मृत घोषित किया
रेफरल अस्पताल में जांच के बाद डॉक्टरों ने घनश्याम उरांव को मृत घोषित कर दिया. मौसम विभाग की मानें, तो आज यानी 9 मार्च को भी कई जिलों में वर्षा और वज्रपात के आसार हैं. मौसम विभाग बार-बार चेतावनी देता है कि वर्षा के दौरान भींगने से बचने के लिए कभी भी पेड़ के नीचे खड़े न हों. बिजली के खंभे के आसपास शरण न लें.
बारिश में फंस जायें, तो क्या करें
अगर बारिश में कहीं आप फंस जाते हैं, तो किसी पक्के छत के नीचे चले जायें, ताकि आपको कोई नुकसान न हो. लेकिन, गांव में खेत में काम करने वाले लोग बारिश से बचने के लिए पेड़ के नीचे खड़े हो जाते हैं, जो कई बार उनके लिए जानलेवा साबित होता है. पेड़ और बिजली के आसपास आकाशीय बिजली ज्यादा घातक साबित होता है.
आज भी सभी जिलों में वर्षा के आसार
उल्लेखनीय है कि रांची के हिनू स्थित मौसम केंद्र ने झारखंड के सभी जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी कर रखा है. इसमें कहा गया है कि प्रदेश के सभी 24 जिलों में बादल छाये रहेंगे. कहीं-कहीं मेघ गर्जन के साथ हल्की बारिश भी हो सकती है. साथ ही वज्रपात की भी आशंका जतायी गयी है. इसलिए ग्रामीणों क्षेत्र के लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है.
मौसम विभाग येलो अलर्ट जारी करे, तो लोग क्या करें
मौसम विभाग अगर येलो अलर्ट जारी करता है, तो इस दौरान बेहद सतर्कता बरतने की जरूरत है. उसके दिशा-निर्देशों का पालन करने की भी जरूरत है. आइए, हम आपको बताते हैं कि इस दौरान आपको क्या-क्या नहीं करना है या क्या करना है.
सावधानियां
येलो अलर्ट जारी होने पर लोग सतर्क और सावधान रहें.
मेघ गरजने लगे और बारिश हो, तो सुरक्षित जगह पर शरण लें.
किसी भी सूरत में मेघ गर्जन की हालत में पेड़ के नीचे शरण न लें.
अगर आप किसी बिजली के खंभे के आसपास हैं, तो उससे दूर हो जायें.
बारिश और मेघ गर्जन के दौरान किसान इस समय अपने खेतों में जाने से बचें.
अगर किसान का अपने खेत पर जाना बहुत जरूरी है, तो मौसम के सामान्य होने का इंतजार करें.