रायडीह. संत इग्नासियुस चर्च मांझाटोली में आयोजित दो दिनी गुमला धर्मप्रांतीय काथलिक महिला संघ का 30वीं वार्षिक आमसभा संपन्न हुई. मुख्य अतिथि सांसद सुखदेव भगत व विशिष्ट अतिथि विधायक भूषण तिर्की थे. अतिथियों का महिला संघ के सदस्यों ने स्वागत किया. दूसरे दिन आमसभा के मुख्य वक्ता फादर फ्लोरेंस कुजूर ने अपने वक्तव्य में परिवार, समाज व कलीसिया में एकता विषय पर चर्चा करते हुए जानकारी दी. उन्होंने कहा कि हम आदिवासी हैं. हम सरल व शांत स्वभाव के होते हैं. हमें अपने बच्चों को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ाना है. आनेवाली पीढ़ी को एक मजबूत पीढ़ी बनानी है. मुख्य अतिथि सांसद सुखदेव भगत ने कहा कि हम आदिवासी जल, जंगल व जमीन पर आश्रित है. हमारा जीवन यापन जल, जंगल, जमीन से ही होती है. हमें इसे संग्रहित कर रखना है. उन्होंने आदिवासी महिलाओं को महिला सशक्तीकरण के प्रति जागरूक किया. दूसरे दिन 30वीं वार्षिक आम सभा में विभिन्न गतिविधियां हुईं. इसमें आठ भिखारिएट की महिलाओं ने अलग-अलग रूप में प्रस्तुत किया. आठों भिखारिएट में मांझाटोली ने धार्मिक नाच, ममरला ने नया व्यवस्थान, करौंदाबेड़ा ने पुरानी व्यवस्था, चैनपुर ने करम नाच, बनारसी ने खद्दी नाच, कोनबीर नवाटोली ने धार्मिक नाच, नावाडीह धुड़िया नाच, गुमला ने नागपुरी नाच प्रस्तुत किया. कार्यक्रम के दौरान आये आगंतुकों को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया. मौके पर बिशप लीनुस पिंगल एक्का, सेत कुमार एक्का, आलोक साहू, अल्बर्ट तिग्गा, सांसद प्रतिनिधि राजनील तिग्गा, संतोष गुप्ता, इस्माइल कुजूर, भीजी फादर जेफ्रेनियुस तिर्की, फादर सामुएल कुजूर, फादर कुलदीप खलखो, फादर संदीप किंडो, सिस्टर अनिता एक्का, सभा नेत्री फ्लोरा मिंज, सचिव जयंती तिर्की, फातिमा जसिंता किंडो, पुष्पा बाड़ा, रजनी लकड़ा, अरुणा बेक, दिव्या सरिता मिंज, मंजु बेक, प्रफुला कुजूर आदि मौजूद थे.
एकजुट रहेंगे, तभी मजबूत रहेंगे : विधायक
विधायक भूषण तिर्की ने कहा है कि हम सभी एकजुट रहेंगे, तभी मजबूत रहेंगे. आज के दिन में हेमंत सरकार की पहल से महिलाओं के लिए कई योजनाएं चल रही हैं. आप उन योजनाओं का लाभ लें. क्षेत्र की जो भी समस्याएं हैं, उसे बतायें. ताकि उन मुद्दों को मैं सरकार व विधानसभा में रख सकूं. जनता की समस्याओं को दूर करना मेरी प्राथमिकता है. गुमला में महिलाओं के उत्थान के लिए बेहतर काम हो रहा है. मुर्गीपालन, अंडा उत्पादन, सेनेटरी नैपकिन निर्माण, कृषि, मछली पालन, रागी समेत कई स्वरोजगार की योजनाओं से महिलाएं जुड़ कर स्वावलंबी बन रही हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है