गुमला. लेखा प्रशासन एवं स्वनियोजन जिला ग्रामीण विकास विभाग गुमला विद्या भूषण कुमार ने शनिवार को चैनपुर प्रखंड सह अंचल कार्यालय का निरीक्षण किया. निरीक्षण में कार्यालयों में कई कर्मचारी अनुपस्थित पाये गये. इस पर निदेशक ने बीडीओ को अनुपस्थित कर्मियों की उपस्थिति काटते हुए स्पष्टीकरण मांगने का निर्देश दिया. निरीक्षण में यह भी पाया गया कि अंचल कार्यालय चैनपुर में ओलिया कुजूर नामक आवेदिका अपने भूमि की रसीद कटवाने के लिए बीते छह माह से प्रयासरत है. किंतु अभी तक रसीद निर्गत नहीं किया गया थ. इस संबंध में आवेदिका ने निदेशक के समक्ष अपनी समस्याओं को रखा. निदेशक ने आवेदिका की समस्या पर त्वरित संज्ञान लेते हुए अंचल निरीक्षण व संबंधित हलका कर्मचारी को नियमानुसार कार्रवाई करते हुए समस्याओं का समाधान करने का निर्देश दिया. निदेशक ने प्रखंड व अंचल के पदाधिकारियों को 10 दिन के अंदर सभी रोकड़ पंजी समेत आवश्यक पंजियों का संधारण करने का निर्देश दिया.
रफ्तार घटाओ, सुरक्षा बढ़ाओ : डीटीओ
गुमला. झारखंड सरकार के परिवहन विभाग के आदेशानुसार पूरे राज्य में रफ्तार घटाओ, सुरक्षा बढ़ाओ कार्यक्रम के तहत शनिवार को पॉलिटेक्निक कॉलेज के समीप सड़क सुरक्षा व यातायात नियमों पर जागरूकता अभियान चलाया गया. जुर्माना के डर से कॉलेज में छोड़ी बाइक. पॉलिटेक्निक गेट पर चेकिंग का असर दिखा. छात्रों को पैदल जाना पड़ा. इधर यातायात नियमों के प्रति प्रशासन ने सख्त रवैया अपनाते हुए बस संचालकों के खिलाफ भी मोर्चा संभाला. जिला परिवहन पदाधिकारी ज्ञान शंकर जायसवाल ने स्वयं ललित उरांव बस डिपो और दुंदुरिया बस डिपो में जांच की. यह कार्रवाई ललित उरांव बस डिपो में बस लगाने के संबंध में बस एसोसिएशन के उदासीन रवैया की जानकारी मिलने के बाद की गयी. परिवहन पदाधिकारी ने बस संचालकों को कड़े शब्दों में समझाया कि आदेश की अवहेलना बर्दाश्त नहीं की जायेगी. दुंदुरिया बस डिपो में बस न लगाने की स्थिति में अधिकतम जुर्माना या नहीं तो परमिट निलंबित करने तक की चेतावनी दी.
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