गुमला. बसिया प्रखंड अंतर्गत मोरेंग पंचायत के ग्रामीणों ने मोरेंग मुखिया द्वारा सरकारी योजना में अनियमितता बरतने के संबंध में उपायुक्त गुमला को आवेदन सौंपा है. ग्रामीणों ने आवेदन में कहा है कि मुखिया द्वारा सरकारी नियम के विरुद्ध काम किया गया है. मुख्यमंत्री अबुआ आवास योजना में मुखिया द्वारा अपने सगे-संबंधियों को गलत तरीके से लाभुक बनाया गया है. मुखिया ने अपनी अविवाहित बहन को योजना में लाभुक बनाया गया है. साथ ही उसे प्रथम किस्त का 30 हजार रुपये भी मिल गया है. इस प्रकार मुखिया ने मोरेंग से अन्यत्र दूसरी पंचायत में रहने वाले एक व्यक्ति को भी लाभुक बनाया गया है. वह व्यक्ति दूसरी पंचायत के दलमादी गांव का रहने वाला है. वह मुखिया का होने वाला ससुर है, उसे भी प्रथम किस्त 30 हजार रुपये मिला है. साथ ही मुखिया द्वारा मोरेंग पंचायत भवन के सरकारी संपत्ति कुर्सी-टेबल को भी अपने घर ले जाकर निजी उपयोग किया जा रहा है. आवेदन में यह भी उल्लेखित है कि पूर्व में भी जनता दरबार में आवेदन देकर मुखिया की शिकायत की गयी थी, जिस पर उपायुक्त ने उपविकास आयुक्त गुमला को आवश्यक निर्देश दिये थे. इसके बाद उपविकास आयुक्त ने बीडीओ बसिया को जांच संबंधी आदेश दिया गया. लेकिन अभी तक बीडीओ द्वारा कोई कार्रवाई या जांच नहीं की गयी है. जांच के संबंध में बीडीओ से संपर्क करने पर उनके द्वारा टाल-मटोल किया जाता है. ग्रामीणों ने इसकी जांच कराने की मांग की. आवेदन देने वालों में नरेश कुमार, सुमन देवी, नजमुद्दीन खान, सुमन देवी, जीत बहान लोहरा, बनु साहू, पार्वती देवी, फिरू साहू, रतिया साहू, राजो देवी, बालेश्वर केरकेट्टा, सुनीता देवी, नजीर खान, जवाहिर खान, गुलाबन बीबी, संतोष लोहरा, अफसाना बीबी, माजिद खान, रेखा देवी, पूर्णिमा देवी, सुनीता देवी, ताज मोहन खान, जगदीश केरकेट्टा, आकाश कुमार साहू समेत अन्य ग्रामीण शामिल हैं.
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