29.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

::::: बिना टेंडर करायी जा रही बाउंड्री

::::: बिना टेंडर करायी जा रही बाउंड्री एक फीट नींव खोद कर पांच इंच की दीवार बनायी जा रही है25 गुम 19 में अस्पताल परिसर में करायी जा रही बाउंड्री.प्रतिनिधि, गुमलासदर अस्पताल गुमला का बाउंड्री हो रही है. काम तेजी से चल रहा है. इसमें नियम कानून को ताक में रख कर बिना टेंडर कराये […]

::::: बिना टेंडर करायी जा रही बाउंड्री एक फीट नींव खोद कर पांच इंच की दीवार बनायी जा रही है25 गुम 19 में अस्पताल परिसर में करायी जा रही बाउंड्री.प्रतिनिधि, गुमलासदर अस्पताल गुमला का बाउंड्री हो रही है. काम तेजी से चल रहा है. इसमें नियम कानून को ताक में रख कर बिना टेंडर कराये काम कराया जा रहा है. वहीं दूसरी ओर बाउंड्री निर्माण में अनियमितता बरती जा रही है. एक फीट नींव खोद कर उस पर पांच ईंच की दीवार खड़ी की जा रही है. चार फीट ऊंची दीवार खड़ी करनी है. ऐसे में कभी भी दीवार टूट कर गिर सकती हैं. नींव कमजोर है. साथ में पांच ईंच की दीवार है. जानकारी के अनुसार बाउंड्री वाल अस्पताल प्रबंधन फंड से हो रहा है. इसमें कितना पैसा खर्च होगा, यह जानकारी अस्पताल प्रबंधन के कोई भी अधिकारी व कर्मचारी देने को तैयार नहीं हैं. यहां तक कि सिविल सर्जन को भी इसके लागत की जानकारी नहीं है. हालांकि एक अधिकारी ने कहा : कमीशन खाने के लिए इस प्रकार का काम हो रहा है. 20 हजार रुपये का काम है. लेकिन इसमें बिल लाखों रुपये बनेगा. सरकारी राशि के दुरुपयोग हो रहा है. पहले से अस्पताल घेरा के अंदर है. फिर पांच ईंच की दीवार खड़ी करने का कोई औचित्य नहीं बनता है. सबसे दिलचस्प बात कि मानसिक स्वास्थ्य केंद्र के भवन को बाउंड्री वाल के अंदर नहीं रखा गया है. सिर्फ 100 शैय्या के अस्पताल की घेराबंदी की जा रही है. छोटे वर्क में टेंडर जरूरी नहीं : सीएससिविल सर्जन डॉ एसएन झा ने कहा कि एचएमएस फंड से अस्पताल की चहारदीवारी हो रही है. स्वच्छता प्रकल्प के तहत जो पैसा है, उसी पैसा को इसमें खर्च किया जा रहा है. बहुत छोटा फंड है. इस कारण कोई टेंडर नहीं निकाला गया है. नियम के अनुसार छोटे वर्क में टेंडर नहीं निकालना है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें