घाघरा (गुमला) : प्रखंड क्षेत्र के चुंदरी ग्राम का अर्धनिर्मित स्वास्थ्य उपकेंद्र पालतु पशुओं का शरणस्थली बना हुआ है. 21 लाख 78 हजार रुपये की लागत से बनने वाला यह स्वास्थ्य उपकेंद्र विगत एक वर्ष से अर्धनिर्मित अवस्था में पड़ा हुआ है.
जिसे पूर्ण कराने में प्रशासन कोई दिलचस्पी नहीं ले रही है. स्वास्थ्य उपकेंद्र के अर्धनिर्मित होने के कारण गांव के स्थानीय लोग अपने पालतु पशुओं के लिए शरणस्थली बनाये हुए हैं.
उक्त उपकेंद्र में गाय–भैंस बांध कर रखा जाता है. इस संबंध में अनुज साहू, मोहन महली, जतरा उरांव आदि स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि स्वास्थ्य उपकेंद्र का कार्य काफी लंबे समय से बंद पड़ा हुआ है. इससे स्थानीय ग्रामीण भी निराश हैं. अस्पताल की सुविधा पाने के लिए गांव के लोगों को 15 किलोमीटर की दूरी तय कर घाघरा जाना पड़ता है.
विगत वर्ष कार्य शुरू होने से ग्रामीण काफी खुश थे कि अब उनके गांव में अस्पताल बनने जा रहा है. अब अस्पताल का कार्य आधा–अधूरा कर छोड़ दिया गया है. ग्रामीणों का कहना है कि अब भगवान ही जाने कि यह अस्पताल कब बनेगा और हम लोगों को सुविधा मिलेगी?
जमीन व तकनीकी समस्या खत्म होते ही शुरू होगा काम : मारवाड़ी साहू : भवन निर्माण कार्य के पेटी कॉन्ट्रैक्टर मारवाड़ी साहू ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2011-12 में भवन निर्माण की निविदा लोहरदगा के एक कंस्ट्रक्शन द्वारा लिया गया था. निर्माण कार्य के दौरान जमीन व अन्य तकनीकी कारणों से भवन निर्माण का कार्य बंद करना पड़ा. यह समस्या खत्म होते ही कार्य शुरू कर दिया जायेगा.