दुर्जय पासवान, गुमला : गुमला में भाजपा के पूर्व विधायक कमलेश उरांव टिकट नहीं मिलने से नाराज हैं. वे बगावत पर उतर आये हैं. उन्होंने कहा है कि मैं अब भाजपा के साथ नहीं हूं. उरांव ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि मेरे पिता रोपना उरांव ने जनसंघ काल से भाजपा का बीज […]
दुर्जय पासवान, गुमला : गुमला में भाजपा के पूर्व विधायक कमलेश उरांव टिकट नहीं मिलने से नाराज हैं. वे बगावत पर उतर आये हैं. उन्होंने कहा है कि मैं अब भाजपा के साथ नहीं हूं. उरांव ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि मेरे पिता रोपना उरांव ने जनसंघ काल से भाजपा का बीज जिला में बोया था. मैं उनका बेटा होने पर भी अपने जीवन का 30 वर्ष पार्टी को सींचने का काम किया हूं.
लेकिन फिर भी मेरे साथ भाजपा के आला पदाधिकारी सौतेला व्यवहार कर रहे हैं. जिसके कारण मैंने पार्टी से इस्तीफा नहीं दिया हूं. बल्कि अलविदा कहा है.उन्होंने कहा है कि 2014 में सीटिंग विधायक रहते हुए पार्टी ने मुझे टिकट नहीं दिया. मुझे लगा कि कुछ बात होगी. इस बार 2019 के चुनाव में मैं टिकट का हकदार था. लेकिन फिर भी मुझे टिकट नहीं दिया गया. मुझे लगता है कि भाजपा के पदाधिकारी मुझे भाजपा में रखना नहीं चाहते हैं. इसलिए मैंने अलविदा कह दिया है.
उन्होंने कहा कि मुझे पांच वर्ष पूर्व टिकट नहीं मिला. उसके बाद भी मैं हर कार्यक्रम में शामिल होकर भाजपा के हित में कार्य किया. तभी तो इस क्षेत्र की जनता में विश्वास था. इस बार टिकट मिलेगा. लेकिन इस बार भी भाजपा ने मुझे बेइज्जत किया. मेरे पिता के कारण मैं सैद्धांतिक रूप से जुड़ा हूं. जनसंघ का बीज हूं. उन्होंने कहा कि मेरे अलविदा कहने का तात्पर्य है कि इसका प्रभाव मैं कई विधानसभा में डालूंगा. जिसका प्रभाव बाद में भाजपा में दिखेगा. उन्होंने कहा कि मुझे अब दुख होता है कि मैंने ऐसी पार्टी में अपनी जिंदगी का 30 साल लगा दिया. जिसे सींचा उसने ही मुझे बेगाना कर दिया.