गुमला : नगर परिषद चुनाव में अध्यक्ष पद के प्रत्याशियों ने पूरी ताकत झोंक दी है. मतदान 16 अप्रैल को होने वाले हैं, लेकिन इससे पहले प्रत्याशी वोटरों को अपनी ओर खींचने में लगे हुए हैं. प्रत्याशी प्रयास कर रहे हैं कि ज्यादा से ज्यादा वोट उन्हें ही मिले, ताकि वे भारी मतों से चुनाव जीत सके.
चूंकि इस बार दलीय आधार पर चुनाव हो रहा है, इसलिए सभी पार्टी जीत दर्ज करने में लगे हैं. निर्दलीय भी पूरी मेहनत कर रहे हैं. निर्दलीय प्रत्याशी शंकुतला उरांव ने कहा कि मेरे साथ गुमला जिले के एक पार्टी के कार्यकर्ता हैं, जो मेरे लिए सभी कृष्ण बन कर चुनाव मैदान में डटे हुए हैं. जिस उम्मीद व विश्वास के साथ कार्यकर्ताओं ने मेरा साथ दिया है, वोटिंग के अंतिम क्षण तक उनका साथ रहेगा. मैं कार्यकर्ताओं व जनता को विश्वास दिलाती हूं. चुनाव जीतने के बाद निश्चित रूप से गुमला शहर की तसवीर बदलेगी. यहां बदलाव की जो बयार बह रही है, उसमें मैं गुमला को तरक्की के मार्ग पर ले जाऊंगी.
कांग्रेस पार्टी से अध्यक्ष प्रत्याशी दीपनारायण उरांव ने कहा कि गुमला नगर परिषद की जो स्थिति है, यह जनता से छिपी हुई नहीं है. मेरा अनुभव गुमला नगर परिषद के विकास में सहायक साबित होगा. सभी जाति वर्ग का समर्थन मुझे मिल रहा है. इसी समर्थन के बूते मैं अध्यक्ष पद के लिए चुनाव मैदान में उतरा हूं. चुनाव जीत कर निश्चित रूप से गुमला शहर को विकास की बुलंदी पर ले जायेंगे. उन्होंने वाटर व होल्डिंग टैक्स कम कराने के लिए चुनाव जीतने के बाद धरना-प्रदर्शन करने की बात कही. साथ ही शहर में फैले भ्रष्टाचार को खत्म करेंगे. झामुमो से अध्यक्ष पद के प्रत्याशी अनिल एडवर्ड पन्ना ने कहा कि मेरे पास गुमला शहर का विकास करने का विजन है. उस विजन के तहत गुमला में काम होगा. झामुमो शुरू से ही जनता के लिए काम करता आया है. मैं चुनाव जीतता हूं, तो सभी को साथ लेकर चलूंगा. जनता जात-पात से ऊपर उठ कर वोट दे, ताकि मैं गुमला शहर का विकास कर सकूं. उन्होंने कहा कि मुझे सभी वर्गों का समर्थन प्राप्त है. 16 अप्रैल को वोटिंग है. जनता मेरा साथ दे, ताकि गुमला की जो दुर्दशा है, उसे बदल सकूं.