गुमला जिला के पालकोट थाना स्थित तपकारा खटगांव में मां, पिता व बेटी की हत्या के आरोप में पुलिस ने आठ लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. वहीं हत्या में शामिल अन्य 48 नामजद आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस खोज रही है. सभी आरोपी गांव से फरार हैं. एसडीपीओ बच्चनदेव कुजूर, थानेदार राजेंद्र रजक 200 पुलिस जवानों के साथ गांव में कैंप कर रहे हैं. मंगलवार को दूसरे दिन भी गांव में सन्नाटा रहा. हर घर में ताला लटका रहा. तिहरे हत्याकांड व पुलिस पर हमला करने के बाद गांव से भागे लोग छिपते फिर रहे हैं. ग्रामीण कहां छिपे हुए हैं. पुलिस को भी पता नहीं चल रही है.
ऐसी सूचना है कि गांव से भागे लोग समीप के गांवों में शरण लिये हुए हैं. कुछ लोग अपने रिश्तेदारों के यहां चले गये हैं. हालांकि पुलिस का कहना है कि गांव में शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए पुलिस कैंप कर रही है. ताकि गांव में दोबारा किसी प्रकार की अनहोनी दोबारा न हो. पुलिस ने उन लोगों से गांव वापस आने की अपील की है जो इस तिहरे हत्याकांड में शामिल नहीं थे. यहां बता दें कि पालकोट थाना में केवट परिवार के तीन सदस्यों के निर्मम हत्या में शामिल 56 नामजद आरोपियों सहित अन्य के खिलाफ मृतक टहलू राम केवट की पुत्री द्वारा प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. दर्ज प्राथमिकी के आधार पर पालकोट पुलिस ने आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है.
आठ आरोपियों में एक पुरुष सुधीर लोहरा व सात महिला क्रमश: शांति देवी, सरिता कुमारी व जमुना देवी सहित अन्य को न्यायालय में प्रस्तुत कर जेल भेज दिया गया. यहां बताते चले कि रविवार को ग्रामीणों ने गांव में खून की होली खेलते हुए टहलू राम केवट, उसकी पत्नी लखपति देवी व बेटी रूनी कुमारी की लाठी डंडा से पीटकर मार डाला था. जबकि उसकी दो बेटी फुलमनी व रजनी को घायल कर दिया था. सुबह में हत्या के बाद शाम को गांव में कैंप कर रही पुलिस टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया था. करीब 150 लोगों ने 40 जवानों पर हमला कर तीन जवानों को टांगी से काटकर घायल कर दिया था.