वहीं गुमला जिले के लगभग 10 हजार युवा कृषकों को डिजिटल रूप से साक्षर बनाया जायेगा. झारखंड सरकार ने इसकी पहल शुरू कर दी है. इस संबंध में झारखंड सरकार के मुख्य सचिव राजबाला वर्मा ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जिले के कृषि पदाधिकारी डॉ रमेशचंद्र मिश्र व एनआइसी पदाधिकारी हरेंद्र सिंह को आवश्यक निर्देश दिया है.
सचिव ने बताया कि डिजिटल इंडिया के तहत अब प्रत्येक गांव से 10-10 युवा कृषकों को डिजिटल साक्षर बनाना है. इसके साथ कृषक मित्र, मत्स्य मित्र, आर्या और बागवानी मित्रों को भी डिजिटल साक्षर बनाना है. इ-गवर्नेस के सीएससी (कॉमन सर्विस सेंटर) मैनेजर से मास्टर ट्रेनर तैयार करायें और उक्त मास्टर ट्रेनर से चयनित युवा कृषकों को इ मेल आइडी बनाने और मोबाइल से डिजिटल ट्रांजेक्शन करने सहित अन्य डिजिटल डिवाइसों के बारे में ट्रेनिंग दिलायें. सचिव ने बताया कि जिले के कृषक मित्र, मत्स्य मित्र, आर्या और बागवानी मित्रों के सहयोग से जिले के सभी (946) गांवों से 10-10 युवा कृषकों का चयन करें. जिला कृषि कार्यालय, प्रखंड कृषि कार्यालय, सिंगल विंडो व केवीके को ट्रेनिंग सेंटर बनायें और 10 दिनों तक ट्रेनिंग दें. ट्रेनिंग देने के बाद सभी युवा कृषकों की परीक्षा लें. परीक्षा में सफल होने वाले युवा कृषकों को भारत सरकार का डिजिटल साक्षरता का सर्टिफिकेट दिया जायेगा.