झारखंड-बिहार बॉर्डर पत्तिचक पिरोजपुर स्थित टैगोर्स स्कूल के पीछे कचरे का अंबार लगा हुआ है. इस कचरे की बदबू से न सिर्फ मोहल्ले के वासी परेशान हैं, बल्कि स्कूल आने-जाने वाले छात्र-छात्राओं के अलावा बाजार आने-जाने वाले लोग भी कचरे से फैल रही दुर्गंध से परेशानियों का सामना कर रहे हैं. बताया गया है कि इस जगह मोहल्ले के लोग और बाजार में बिकने वाली सब्जी-फल समेत अन्य कचरा सभी यहां फेंक देते हैं, जिससे सालों भर बदबू बनी रहती है. जिस जगह कचरा फेंका जाता है, उसके ठीक पीछे स्कूल के छोटे बच्चे पढ़ते हैं. इसके अलावा, सड़ा-गला कचरा फेंकने में मोहल्ले व लोग कोई चिंता नहीं करते. यहां यह तथ्य भी है कि जहां एक ओर सरकार स्वच्छ भारत बनाने की बात करती है और बच्चों से प्रभात फेरी कराकर प्रचार करवाती है, वहीं दूसरी ओर स्वच्छता की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. यह कचरा बिहार में फेंका जाता है, जबकि मात्र पांच फीट की दूरी पर झारखंड है, जिससे स्थानीय लोग इसका दंश झेलते हैं. ग्रामीण मनोज साह, बिनोद कुमार, संजय मंडल, राजेश साह, राजू मंडल और गौतम कुमार ने वरीय पदाधिकारियों से मांग की है कि कचरे को किसी उचित स्थान पर फेंकवाया जाये, ताकि बदबू से फैल रही बीमारियों का खतरा समाप्त हो सके.
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