ठाकुरगंगटी प्रखंड क्षेत्र के ग्राम दूधकोल में आजीविका एवं जल संरक्षण आधारित विकास योजना के अंतर्गत तीन दिवसीय ग्राम स्तरीय समेकित प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन नियोजन प्रक्रिया की शुरुआत हुई. यह कार्यक्रम प्रदान के तकनीकी सहयोग तथा झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी के संयुक्त प्रयास से आयोजित किया गया. कार्यक्रम का उद्देश्य गांव के जल, भूमि और अन्य प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण करते हुए ग्रामीण परिवारों की आजीविका को सुदृढ़ बनाना है. तीन दिवसीय कार्यशाला में विशेषज्ञों द्वारा जल संरक्षण, भूमि सुधार, फसल प्रणाली और पशुपालन आधारित आजीविका के उपायों पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है. कार्यक्रम में ग्रामवासी, महिला आजीविका समूह, कृषि सखी, पशु सखी और पंचायत प्रतिनिधियों ने सक्रिय भागीदारी निभायी. यह पहल गांव को जल समृद्ध और सतत् आजीविका मॉडल ग्राम के रूप में विकसित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है. कार्यक्रम में आशुतोष कुमार, पलाश, शमीम अख्तर, कल्याणी कुमारी, बीआरपी लाइवलीहुड उर्मिला देवी, आईएफसी समन्वयक नीरज कुमार भगत और सीआरपी कल्याणी कुमारी उपस्थित थीं.
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