कलाली मोड़ के समीप पुराने पीएचईडी कार्यालय के खाली पड़े भवन के पास नाला पूरी तरह से कूड़ा-कचरे से भर चुका है. जमा गंदगी और दूषित पानी के कारण आसपास के लोगों का जीवन कठिन हो गया है. लगभग 30 घरों और कई दुकानों के आसपास रहने वाले ग्रामीण दुर्गंध और अस्वस्थ वातावरण से परेशान हैं. नाले में आधा अधूरा ढक्कन भी नहीं होने के कारण कचरे का अंबार लग गया है. स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि सालों से नाले की सफाई नहीं की गयी है. कीचड़ की मोटी परत जम जाने से नाला पूरी तरह जाम हो चुका है और दूषित पानी आसपास फैल रहा है. इससे न केवल दुर्गंध फैलती है बल्कि मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ गया है, जिससे मलेरिया और अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ गया है. ग्रामीण दीपनारायण साह, अमीन साह, बबलू भगत और सुग्रीव ने कहा कि गंदगी के कारण उन्हें रोजमर्रा की जिंदगी में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. राहगीर भी नाले के पास से गुजरते समय दुर्गंध के कारण असहज महसूस करते हैं. स्थानीय लोगों ने जनप्रतिनिधियों और प्रखंड प्रशासन से अपील की है कि नाले की समय पर सफाई सुनिश्चित की जाये. उन्होंने कहा कि अगर सफाई नहीं हुई तो स्वास्थ्य संबंधी गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं. ग्रामीणों की मांग है कि प्रशासन न केवल नाले की सफाई करे, बल्कि नियमित निगरानी भी रखे ताकि कलाली मोड़ क्षेत्र में साफ-सफाई और स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित हो सके.
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