बोआरीजोर प्रखंड कार्यालय में मुखिया एवं पंचायत समिति सदस्यों की बैठक आयोजित की गयी, जिसकी अध्यक्षता प्रखंड प्रमुख जशीनता हेंब्रम ने की. इस दौरान उन्होंने कहा कि बोआरीजोर प्रखंड आदिवासी बहुल क्षेत्र है और इसे अनुसूचित जनजाति प्रखंड के नाम से जाना जाता है. उन्होंने सरकार से इस क्षेत्र के विकास पर गंभीरता दिखाने का आग्रह किया. प्रखंड के अंतर्गत राजमहल कोल परियोजना संचालित है, जो ग्रामीणों की जमीन पर कोयला खनन करती है. परियोजना प्रबंधन द्वारा जिले के डीएमएफटी फंड में विकास हेतु राशि जमा करायी जाती है, लेकिन प्रखंड में इसका उपयोग नगण्य मात्रा में ही होता है. अधिकांश राशि अन्य क्षेत्रों में खर्च कर दी जाती है. बैठक में जनप्रतिनिधियों ने बताया कि लगभग दो वर्षों से 15वें वित्त आयोग की राशि न मिलने के कारण पंचायत का विकास कार्य ठप हो गया है. उन्होंने यह भी कहा कि पंचायत के विभिन्न गांवों में अन्य फंड से किये गये कार्यों में क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों की सहमति नहीं ली जाती. सभी समस्याओं के समाधान के लिए बैठक में निर्णय लिया गया कि बीडीओ से वार्ता की जाएगी और ज्ञापन प्रस्तुत किया जाएगा, ताकि प्रखंड के विकास में वास्तविक योगदान सुनिश्चित किया जा सके.
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