ठाकुरगंगटी प्रखंड के आजीविका संसाधन केंद्र बनियाडीह के पंचायत भवन में नशा मुक्त भारत अभियान के तहत संकुल पदाधिकारियों एवं जेंडर सीआरपी के लिए चार दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया. प्रशिक्षण का उद्देश्य निषिद्ध मादक पदार्थों के उपयोग के विरुद्ध जागरूकता फैलाना था. प्रशिक्षण का संचालन सीआरपी रेखा देवी द्वारा किया गया, जिन्होंने प्रतिभागियों को मादक पदार्थों के अर्थ, उसके प्रकार, दुरुपयोग तथा उसके व्यक्ति, परिवार एवं समाज पर पड़ने वाले गंभीर प्रभावों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी. कार्यक्रम में मादक पदार्थों की रोकथाम और इलाज के उपायों पर भी गंभीर चर्चा की. इस अवसर पर नशा से बर्बादी नामक वीडियो डॉक्यूमेंट्री का प्रदर्शन किया गया, जिसने उपस्थितजनों को नशे के दुष्परिणामों की गहराई से बताया गया. प्रशिक्षण के अंत में सभी प्रतिभागियों ने सामूहिक रूप से नशा मुक्ति की शपथ भी ली. प्रशिक्षण के दौरान तंबाकू सेवन से होने वाले स्वास्थ्य जोखिमों जैसे हृदय रोग, कैंसर, एवं श्वसन रोगों के बारे में विशेष जानकारी दी गई. साथ ही, तंबाकू नियंत्रण के लिए प्रभावी नीतियों की आवश्यकता एवं समाज और सरकार की संयुक्त जिम्मेदारी पर भी बल दिया गया. तंबाकू त्याग के लिए दिये गये मुख्य सुझाव में स्वस्थ जीवनशैली अपनाना, संतुलित आहार और नियमित व्यायाम जरूरी है.
तंबाकू की लत छोड़ने में एनआरटी मददगार उपाय
युवाओं की सुरक्षा तंबाकू उद्योग के प्रभाव से बच्चों एवं युवाओं को बचाना तभी समाज आगे की ओर बढ़ेगा. यह कार्यक्रम ग्रामीण स्तर पर नशामुक्ति को लेकर चलाये जा रहे प्रयासों की एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित हुआ. आयोजकों ने विश्वास जताया कि ऐसे प्रयास समाज को नशा मुक्त और स्वस्थ दिशा में ले जाने में सहायक होंगे. प्रशिक्षण के दौरान संकुल के कुल चार पंचायतों से ग्राम संगठन की सदस्य, जेंडर सीआरपी,संकुल समन्वयक,आस्क कॉर्डिनेटर सहित संस्था के शमीम अख्तर के साथ अन्य उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है