महात्मा गांधी के नाम व उनके विचार से छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं : जिलाध्यक्ष प्रतिनिधि, महागामा केंद्र सरकार द्वारा मनरेगा का नाम बदले जाने और अधिनियम के साथ संशोधन के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अनुमंडल कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया. इस दौरान जिलाध्यक्ष याहिया सिद्दीकी के नेतृत्व में प्रखंड कांग्रेस कार्यालय से कार्यकर्ताओं ने हाथों में तख्तियां और बैनर लेकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तस्वीर के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित सद्भावना स्थल पहुंचे, जहां महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया गया. इसके बाद अनुमंडल कार्यालय गेट के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. जिलाध्यक्ष ने कहा कि महात्मा गांधी केवल एक व्यक्ति नहीं, बल्कि देश की आत्मा हैं, उनके नाम व विचारों से छेड़छाड़ किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जायेगी. गांधीजी के सम्मान से जुड़ा यह संघर्ष जनभावनाओं से जुड़ा है, जिसे कांग्रेस सड़क से सदन तक मजबूती से उठाएगी, इस दौरान जिलाध्यक्ष यहया सिद्दीकी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति के नाम एसडीओ आलोक वरण केसरी को ज्ञापन सौंपा. इसके माध्यम से केंद्र सरकार की नीतियों पर आपत्ति जताते हुए मनरेगा के नाम परिवर्तन और अधिनियम में किये गये संशोधनों को वापस लेने की मांग की गयी. जिलाध्यक्ष ने कहा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नाम पर मनरेगा एक्ट लागू हुआ था, जिससे देश के 15 से 20 करोड़ मजदूर सीधे तौर पर लाभान्वित हो रहे थे, लेकिन केंद्र सरकार ने इसका नाम बदलकर और अधिनियम में संशोधन कर इसके मूल स्वरूप को कमजोर करने का प्रयास किया है. उन्होंने कहा कि मनरेगा में अब 60 प्रतिशत राशि केंद्र सरकार और 40 प्रतिशत राशि राज्य सरकार द्वारा दिए जाने का बिल संशोधित कर दिया गया है, जो कि जनविरोधी है. इसलिए कांग्रेस पार्टी जनविरोधी नीतियों के खिलाफ संघर्ष जारी रखेगी. जनता के अधिकारों की रक्षा के लिए आंदोलन को और तेज किया जायेगा. विरोध प्रदर्शन के दौरान महागामा अनुमंडल क्षेत्र के सभी प्रखंड अध्यक्ष आदि मौजूद थे.
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