ठाकुरगंगटी प्रखंड क्षेत्र के चांदा पंचायत के दुधकोल गांव में संगीतमय श्रीराम कथा के आयोजन को लेकर हाथी-घोड़े व गाजे-बाजे के साथ भव्य कलश शोभायात्रा निकाली गयी. कलश यात्रा में 2100 कुंवारी कन्या व महिलाओं ने भाग लिया. यात्रा गांव के कथा मंडली परिसर से शुभारंभ करते हुए गांव में स्थापित बजरंग बली मंदिर का परिक्रमा कर नयाचक, बभनिया, कोलबड़ा, हिजरी, सन्हौली होते हुए झमरिया नदी पहुंची, जहां पूरे विधि-विधान के साथ यजमान हरि महतो व उनकी धर्मपत्नी अनीता देवी द्वारा संकल्प कर कलश में जल भरा गया. पुनः यात्रा प्रस्थान कर धनकोल, बाघाकोल होते हुए कथा स्थल पर लाया गया. यात्रा में शामिल श्रद्धालु जय श्रीराम के नारे लगा रहे थे. यात्रा की कतार इतनी लंबी थी कि पूरे यात्रा को ड्रोन कैमरे से निगरानी की जा रही थी. यात्रा में शामिल श्रद्धालु भक्ति के भाव में विभोर दिख रहे थे. महिलाओं में इतनी उमंग थी कि राम के जयकारे में झूमने को मजबूर थे. ग्रामीणों की ओर से जगह-जगह श्रद्धालुओं के लिए शरबत-पानी की समुचित व्यवस्था उपलब्ध करायी गयी थी.
कलश यात्रा के बाद गांव में श्रीराम कथा प्रारंभ
कलश यात्रा के बाद गांव में श्रीराम कथा का आयोजन प्रारंभ हो गया है. महुआरा गांव के आश्रम से पधारे कथा व्यास शिवानंद जी महाराज लोगों को अमृत पान करायेंगे. इसको लेकर पूरे गांव में भक्ति मय का माहौल बना हुआ है. यात्रा में शामिल सभी श्रद्धालुओं को महाप्रसाद के रूप में खीर ग्रहण कराया गया. गांव में सभी लोग भक्ति के आस्था में लीन है. शाम के 6.30 बजे से रात्रि दस बजे तक उपस्थित श्रद्धालु कथा के भक्ति में भाव विभोर हो उठेंगे. आयोजनकर्ता हरि महतो व उनकी धर्मपत्नी अनीता देवी ने बताया कि पूर्वजों से राम कहानी सुनने को मिली थी, जहां अपने इकलौते पुत्र संगीत कुमार व पुत्र वधू पुष्पा देवी की शादी के बाद ऐसी इच्छा जगी कि रामकथा के आयोजन से सब दुख दूर होता है. परिवार में शांति मिलती है. इसको लेकर संकल्प लिया गया कि ऐसे आयोजन से परिवार में एक नया आयाम आएगा. पैतृक गांव घर में नौ दिवसीय रामकथा आयोजन की बीड़ा उठाया गया. जहां यात्रा में गांव के साथ साथ अन्य गांवों से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया. इसको लेकर पूरा गांव भक्ति के आस्था में लीन है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है