लोक आस्था और सूर्य उपासना का महापर्व छठ पूजा महागामा क्षेत्र में नहाय-खाय के साथ शुरू हो गया. चार दिनों तक चलने वाले इस पर्व की शुरुआत के साथ ही पूरे क्षेत्र में भक्ति और श्रद्धा का माहौल छा गया है. छठ व्रतियों ने नदियों, तालाबों एवं घरों में पवित्र स्नान कर सात्विक भोजन में अरवा चावल, लौकी की सब्जी और चने की दाल ग्रहण की. व्रतियों ने घरों की सफाई, सजावट और घाटों की तैयारी भी की. छठ पूजा का दूसरा दिन खरना पूजा के लिए व्रतियों ने गेहूं सुखाया. पारंपरिक छठ गीतों से वातावरण भक्तिमय बना रहा. रविवार की शाम को खरना पूजा के पश्चात तीसरे और चौथे दिन व्रती भगवान सूर्य को अर्घ्य देंगे और परिवार की सुख-समृद्धि, संतान की मंगलकामना एवं समाज की भलाई के लिए प्रार्थना करेंगे. महागामा सहित आसपास के क्षेत्रों में बाजारों में पूजा सामग्री, फल-फूल और सूप-दौरा की खरीददारी जोरों पर है. छठ घाटों पर प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ किया है ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो. महिलाएं पारंपरिक गीत गाकर पूजा की भक्ति में लीन हैं. इस प्रकार महागामा क्षेत्र में छठ पूजा का पर्व श्रद्धा, भक्ति और उत्साह के साथ शुरू हो गया है.
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