गोड्डा जिले के बोआरीजोर प्रखंड के बागजोरी गांव में दो दिवसीय संतमत सत्संग का समापन हो गया. सत्संग के दौरान बड़ी संख्या में क्षेत्र के अनुयायियों ने शिरकत किया. प्रवचन सुनने आये लोगों को कुप्पा घाट आश्रम भागलपुर से आये श्रवण बाबा ने अपनी ओर से लोगों को ज्ञान देते हुए कहा कि मनुष्य को अपने जीवन का सदुपयोग करना चाहिए. भगवान की आराधना से मनुष्य का जीवन सार्थक होता है. संसार में माता-पिता की सेवा सबसे बड़ी सेवा है. ऐसे लोगों की सेवा से ईश्वर अत्यंत प्रसन्न होते हैं. माता-पिता की सेवा से बढ़कर कोई धर्म नहीं है. माता-पिता अपने पुत्र का पालन-पोषण व मेहनत से करते हैं. जब मां-बाप वृद्धावस्था में जायें, तो उनका देखरेख करना पुत्र का कर्तव्य होता है. माता-पिता की सेवा करने से घर में सुख-शांति व समृद्धि में वृद्धि होती है. घर के बुजुर्ग खुश रहते हैं, तो वह घर स्वर्ग जैसा होता है. कहा कि जिस स्थान पर सत्संग होता है, वहां भगवान का वास होता है. सत्संग में पहुंचकर प्रवचन सुनने व जीवन में अनुकरण करने से उनके जीवन में हमेशा प्रसन्नता ही रहती है. कार्यक्रम के दौरान सोनू पंडित, किशोर पंडित, राजेंद्र पंडित, जगन्नाथ पंडित, घनश्याम पंडित, मुकेश पंडित, प्रमोद पंडित, राम प्रसाद पंडित, कैलाश पंडित, देवेंद्र पंडित आदि उपस्थित थे.
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संतमत सत्संग में बोले बाबा : माता-पिता की सेवा करने वाले के घर आती है सुख-समृद्धि
संतमत सत्संग में बोले बाबा : माता-पिता की सेवा करने वाले के घर आती है सुख-समृद्धि
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