गोड्डा के पवन कुमार सिंह का चयन आगामी 23वीं एशियाई मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 के लिए हुआ है, जो 05 से 09 नवंबर तक चेन्नई में आयोजित होगी. पवन सिंह, जिन्होंने गोला फेंक में गोल्ड मेडल जीता है, इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे. उनका चयन हाल ही में रांची में आयोजित ट्रायल के दौरान उनकी उत्कृष्ट परफॉर्मेंस के आधार पर हुआ है. पवन कुमार सिंह इस चैंपियनशिप में अपनी खेल क्षमता का प्रदर्शन करेंगे और भारत के लिए गोल्ड मेडल जीतने की पूरी उम्मीद है.
38 वर्षों की खेल साधना का फल, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिली पहचान
पवन कुमार सिंह का चयन उनके 38 वर्षों की निरंतर कड़ी मेहनत और खेल साधना का फल है. वे गोला फेंक में अब तक तीन बार राष्ट्रीय गोल्ड मेडल, राज्य चैंपियनशिप में 10 स्वर्ण और जोनल प्रतियोगिताओं में दो गोल्ड मेडल जीत चुके हैं. इस दौरान उन्होंने बिहार से लेकर अब तक अपनी मजबूत पकड़ बनायी है और लगातार उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है.पवन कुमार सिंह का परिचय
पवन कुमार सिंह गोड्डा शहर के निवासी हैं. उनके पिता सुबोध प्रसाद सिंह सेवानिवृत्त अभियंता हैं. पवन ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा संत थॉमस स्कूल, गोड्डा से प्राप्त की और इसके बाद बोकारो से इंटरमीडिएट की पढ़ाई की. उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से अपनी डिग्री प्राप्त की. पवन सिंह ने 1988 में गोला फेंक की शुरुआत की थी और तभी से उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण के साथ खेल में सफलता हासिल की.
एशियाई चैंपियनशिप में भारत के साथ 25 देशों के खिलाड़ी होंगे शामिल
इस प्रतियोगिता में भारत के अलावा चीन, जापान, पाकिस्तान, श्रीलंका, नेपाल, थाईलैंड, सिंगापुर, इरान, इराक, कुवैत, फिलीपींस, मलेशिया, अफगानिस्तान, यूएई, तुर्कमेनिस्तान, कजाकिस्तान, ताइपे, ब्रुनेई, हांगकांग, कोरिया, लेबनान, मंगोलिया, म्यांमार सहित एशिया के 25 देशों के खिलाड़ी भाग लेंगे. पवन कुमार सिंह को जिले के विभिन्न वर्गों के लोगों द्वारा इस प्रतिष्ठित चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतने की शुभकामनाएं दी जा रही हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

