गोड्डा जिला मुख्यालय और गोड्डा सदर प्रखंड क्षेत्र के सरकारी एवं निजी विद्यालयों में विद्यार्थियों के ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री (अपार) आइडी बनाने में रुचि नहीं दिखायी जा रही है. इसी कारण गोड्डा सदर प्रखंड के 355 स्कूलों में अपार आइडी बनाने का कार्य बेहद धीमी गति से चल रहा है. प्रखंड शिक्षा अधिकारी कैलाश मरांडी ने बताया कि स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को सभी विद्यार्थियों के अपार आइडी कार्ड जल्द बनाने के सख्त निर्देश दिये गये हैं. शिक्षा विभाग ने देशभर में एक देश-एक छात्र योजना लागू करने के उद्देश्य से अपार आइडी बनाने के आदेश दिये हैं. इससे विद्यार्थियों को देश के किसी भी कोने में दाखिला लेने में सुविधा होगी. अपार आइडी को डीजी लॉकर से भी जोड़ा जाना है, जिससे विद्यार्थी अपने समस्त प्रमाण-पत्र और शैक्षणिक उपलब्धियां सुरक्षित रख सकते हैं.
आधार सुधार बनी सबसे बड़ी बाधा
विद्यार्थियों की अपार आइडी बनाने में सबसे बड़ी समस्या आधार कार्ड में हुई गलतियों को सुधारने की प्रक्रिया है. कई बच्चों के परिजन दस्तावेज सुधारने के लिए प्रखंड कार्यालय में लगातार चक्कर लगा रहे हैं. परिजन दमयंती देवी और लिली मुर्मू ने बताया कि स्कूल ने स्पष्ट कहा है कि आधार और जन्म प्रमाणपत्र में स्पेलिंग सुधार कराना अनिवार्य है, अन्यथा अपार आईडी नहीं बनेगा. अधिकांश स्कूलों में अब भी अपार आइडी निर्माण की प्रक्रिया बेहद धीमी गति से चल रही है, जबकि प्रखंड शिक्षा अधिकारी ने सभी विद्यालयों को हर माह होने वाली गुरु गोष्ठी में इस कार्य को अनिवार्य करने के निर्देश दिये हैं.विवरणी आंकड़े
प्रखंड के सरकारी एवं निजी स्कूलों की संख्या : 355
नामांकित बच्चों की संख्या : 49,859अब तक बने अपार कार्ड : 24,932
अपार कार्ड न बनने वाले बच्चों की संख्या : 24,927डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

